
Up Kiran, Digital Desk: किश्तवाड़ जिले के दच्चन इलाके में हाल ही में आई विनाशकारी फ्लैश फ्लड (Flash Flood) ने भारी तबाही मचाई है, जिससे कई जानें चली गईं और कई लोग घायल हुए हैं। इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए, जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री,, ने प्रभावित परिवारों के लिए तत्काल राहत उपायों की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के निकटतम संबंधियों को ₹2 लाख की अनुग्रह राशि (Ex-gratia) देने का ऐलान किया है, जबकि गंभीर रूप से घायलों को ₹1 लाख की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। यह घोषणा मुख्यमंत्री ने खुद किश्तवाड़ के आपदा-ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने के बाद की।
बाढ़ से तबाह किश्तवाड़: जानें और तबाही का मंजर
बीती गुरुवार को, किश्तवाड़ के चासोती गांव में बादल फटने (Cloudburst) के कारण आई अचानक बाढ़ ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया। इस भयानक प्राकृतिक आपदा में कम से कम 60-65 लोगों की जान चली गई, जिनमें दो सीआईएसएफ (CISF) के जवान भी शामिल थे। इसके अलावा, कई अन्य लोग घायल हुए और लापता लोगों की तलाश जारी है। बाढ़ का पानी अपने साथ घर, पेड़ और लोगों को बहा ले गया, जिससे बड़े पैमाने पर विनाश हुआ। स्थानीय लोगों ने बताया कि पानी का तेज बहाव और बड़े-बड़े पत्थर अपने रास्ते में आने वाली हर चीज को निगलते जा रहे थे।
मुख्यमंत्री का राहत पैकेज: तत्काल सहायता और समर्थन
मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और उनकी पीड़ा को समझा। उन्होंने न केवल दुख व्यक्त किया, बल्कि सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। इस दुख की घड़ी में सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है। अनुग्रह राशि के अलावा, मामूली चोटों से पीड़ित लोगों के लिए ₹50,000 की वित्तीय सहायता की भी घोषणा की गई है।
संपत्ति के नुकसान पर भी मिलेगी मदद
मुख्यमंत्री ने संरचनात्मक क्षति के लिए भी मुआवजे की घोषणा की है। मुख्यमंत्री के राहत कोष (CM's Relief Fund) से पूरी तरह क्षतिग्रस्त घरों के लिए ₹1 लाख, गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त संरचनाओं के लिए ₹50,000 और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त ढांचों के लिए ₹25,000 की सहायता राशि दी जाएगी।
पुनर्निर्माण और पुनर्वास की पहल
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रभावित बुनियादी ढांचे की तत्काल बहाली सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि यह सहायता तुरंत राहत प्रदान करने के उद्देश्य से है, जबकि पुनर्वास और बहाली के उपाय कड़ी निगरानी में जारी रहेंगे। उपराज्यपाल ने भी आश्वासन दिया है कि प्रभावित परिवारों के घरों का पुनर्निर्माण सुनिश्चित किया जाएगा और आवश्यक आपूर्ति निर्बाध रूप से जारी रहेगी।
बचाव कार्य और सरकारी प्रतिबद्धता
सेना, पुलिस, एसडीआरएफ (SDRF) और जिला प्रशासन संयुक्त रूप से बचाव और राहत कार्य में लगे हुए हैं। सरकारी एजेंसियां यह सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रही हैं कि हर प्रभावित परिवार तक सहायता पहुंचे।
--Advertisement--