
Up Kiran, Digital Desk: पंजाब में बाढ़ की स्थिति एक बार फिर गंभीर हो गई है, और लगातार हो रही बारिश ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। राज्य में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 37 हो गई है, और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, सरकार ने 7 सितंबर तक सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है।
ताजा बारिश ने बढ़ाई मुसीबत
सतलुज और ब्यास नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में ताजा बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई है। भाखड़ा और पोंग बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के कारण निचले इलाकों और नदी के किनारे बसे गांवों में पानी भर गया है, जिससे फसलों और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है।
प्रभावित इलाके और बचाव कार्य
फिरोजपुर, गुरदासपुर, होशियारपुर, कपूरथला और रूपनगर सहित कई जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल), सेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की टीमें राहत और बचाव कार्यों में लगातार जुटी हुई हैं। अब तक 8,000 से अधिक लोगों को प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित शिविरों में पहुंचाया जा चुका है, जहां उनके लिए भोजन, पानी और दवाइयों की व्यवस्था की जा रही है।
राज्य सरकार स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है और जिला प्रशासनों को हर संभव मदद मुहैया कराने का निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। हालांकि, मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की भविष्यवाणी की है, जिससे चिंताएं बनी हुई हैं।