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Up Kiran, Digital Desk: हम अक्सर रोज़मर्रा की जिंदगी में कई छोटे-छोटे लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं, जो हमारे शरीर में हो रहे बदलावों का संकेत देते हैं। इनमें से एक सामान्य लक्षण है पेशाब में झाग आना। सुबह-सुबह जब आप टॉयलेट जाते हैं और पेशाब में झाग देखते हैं, तो क्या आप इसे सामान्य मानकर नजरअंदाज कर देते हैं? अगर हां, तो यह आदत बदलने का समय आ गया है। पेशाब में झाग आना सिर्फ एक मामूली समस्या नहीं है, बल्कि यह किडनी की खराबी का संकेत हो सकता है।
किडनी शरीर में से अपशिष्ट पदार्थ और अतिरिक्त तत्वों को बाहर निकालने का काम करती है। जब यह अंग सही से काम नहीं कर रहे होते, तो ये लक्षण हमें शरीर के जरिए संकेत के रूप में मिलते हैं। अगर आप भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें, क्योंकि यह आपके शरीर के लिए गंभीर हो सकता है।
पेशाब में झाग क्यों आता है?
पेशाब में झाग आना कई कारणों से हो सकता है। कुछ मुख्य कारण हैं:
शरीर में प्रोटीन की कमी होना – जब शरीर में प्रोटीन की कमी होती है, तो यह किडनी की कार्यप्रणाली को प्रभावित करता है, जिससे पेशाब में झाग आता है।
कम पानी पीना – शरीर में पानी की कमी के कारण भी पेशाब में झाग बन सकता है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) – मूत्र पथ में संक्रमण होने पर भी पेशाब में झाग देखा जा सकता है।
किडनी पर बढ़ता दबाव – किडनी में दबाव बढ़ने से पेशाब में झाग आ सकता है।
डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर – इन बीमारियों का असर किडनी पर पड़ता है, जो इस समस्या का कारण बन सकता है।
तुलसी पत्ता क्यों है फायदेमंद?
क्या आप जानते हैं कि एक साधारण हरे पत्ते का सेवन करके आप अपनी किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं? यह हरा पत्ता न केवल भारतीय रसोई में एक सामान्य सामग्री है, बल्कि इसके आयुर्वेदिक गुण भी इसे एक बेहतरीन औषधि बनाते हैं। तुलसी के पत्ते शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद होते हैं:
एंटीऑक्सिडेंट्स – तुलसी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
एंटीबैक्टीरियल गुण – तुलसी में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो मूत्र पथ में संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं।
डाययुरेटिक गुण – तुलसी के पत्तों में डाययुरेटिक गुण होते हैं, जो मूत्र की मात्रा बढ़ाकर किडनी की सफाई करते हैं।
कैसे करें तुलसी का सेवन?
तुलसी को अपनी दिनचर्या में शामिल करना बेहद सरल है। आप इसे कई तरीकों से अपना सकते हैं:
सुबह खाली पेट तीन तुलसी के पत्ते खाएं – यह एक बेहद प्रभावी उपाय है, जो किडनी की सेहत को सुधारने में मदद करता है।
गुनगुने पानी के साथ तुलसी का सेवन करें – यह और भी अधिक प्रभावी होता है।
तुलसी की चाय बनाकर पिएं – तुलसी की चाय भी शरीर के लिए फायदेमंद होती है।
आयुर्वेदिक पाउडर या जूस – बाजार में तुलसी के पत्तों से बने पाउडर या जूस भी उपलब्ध होते हैं, जिनका सेवन किया जा सकता है।
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