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Up Kiran, Digital Desk: जयपुर में हुई बाल अपहरण की घटना ने एक बार फिर हमारे समाज की संवेदनशीलता और पुलिस की त्वरित कार्यवाही की मिसाल पेश की है। रेलवे स्टेशन के पास फुटपाथ पर सो रहे डेढ़ साल के मासूम को अगवा करने वाली महिला को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर पकड़ लिया, जिससे आम जनता के बीच सुरक्षा और न्याय व्यवस्था पर भरोसा बढ़ा है।
मध्यप्रदेश के गुना जिले से आई एक महिला अपने छोटे बच्चे के साथ जयपुर में रह रही थी। घरेलू विवादों की वजह से वह हसनपुरा पुलिया के पास रह रही थी और रोज़गार की तलाश में थी। उसी इलाके में 46 वर्षीय रेखा देवी गुजराती नाम की एक महिला भी थी, जिसने अपने निजी दर्द को भुलाकर एक मासूम को अपहरण कर लिया।
यह वारदात मंगलवार की सुबह करीब 5:30 बजे हुई जब रेखा देवी ने मौका पाते ही सो रहे बच्चे को मां की गोद से उठाकर ले गई। बच्चे के अचानक गायब होने पर आसपास के लोगों ने चिंता जाहिर की और तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एसएचओ लक्ष्मीनारायण और एसीपी धर्मवीर सिंह की अगुवाई में एक टीम बनाई।
सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपी महिला की हर हरकत को ट्रैक किया गया। पुलिस को पता चला कि रेखा देवी ने रेलवे ट्रेनों का सहारा लेकर जयपुर से अजमेर, फिर कासगंज होते हुए फुलेरा स्टेशन पर उतर कर जोधपुर के लिए ट्रेन पकड़ी और अंततः नागौर जिले के नावां स्टेशन पहुंची। यहां पुलिस ने एक बड़े सर्च ऑपरेशन के बाद उसे पकड़ लिया।
मासूम बच्चे की सुरक्षित बरामदगी ने सभी की राहत की सांस ली। मां के पास लौटते ही बच्चा खुशी से रो पड़ा। आरोपी महिला ने पूछताछ में बताया कि उसकी बेटी की शादी हो चुकी है, लेकिन संतान नहीं हो पाई है। इस वजह से वह किसी भी तरह से बेटी को बच्चा देना चाहती थी, इसलिए उसने मासूम का अपहरण किया।
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