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balochistan, baloch liberation army: सुरक्षा अफसरों ने बताया कि मंगलवार को पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक टनल में बलूच आतंकियों द्वारा रेल का अपहरण करने के बाद जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हुए अटैक में कम से कम 30 आतंकी मारे गए और 104 यात्रियों को सुरक्षा बलों ने बचा लिया।

नौ डिब्बों में लगभग 400 यात्रियों को लेकर जाफर एक्सप्रेस क्वेटा से पेशावर जा रही थी, जब मंगलवार दोपहर को हथियारबंद लोगों ने गुडालार और पीरू कुनरी के पहाड़ी क्षेत्रों के करीब एक सुरंग में उसे रोक लिया।

बीएलए ने की ये मांग

इस बीच, बीएलए ने कैदियों की अदला-बदली के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है और अपने बंधक बनाए गए 214 लोगों के बदले बलूच राजनीतिक कैदियों की रिहाई की मांग की है। अपने ताज़ा बयान में बीएलए ने पाकिस्तानी सरकार को "कब्ज़ा करने वाला राज्य" कहा और अपनी माँगें गिनाईं।

बयान के मुताबिक बीएलए ने पिछले आठ घंटों से ट्रेन और सभी बंधकों पर पूरा नियंत्रण बनाए रखा है। युद्ध के नियमों के तहत इन 214 बंधकों को युद्ध बंदी माना जाता है और बीएलए कैदियों की अदला-बदली के लिए तैयार है। पाकिस्तान के कब्ज़ा करने वाले राज्य को बलूच राजनीतिक कैदियों, जबरन गायब किए गए लोगों और राष्ट्रीय प्रतिरोध कार्यकर्ताओं को तुरंत और बिना शर्त रिहा करने के लिए 48 घंटे का समय दिया जाता है।

बता दें कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) सबसे बड़ा बलूच संप्रदायवादी संगठन है और बलूचिस्तान की आजादी की मांग करते हुए दशकों से पाकिस्तान सरकार के विरुद्ध विद्रोह कर रहा है।