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Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश में एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है, जहाँ पूर्व मंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के वरिष्ठ नेता अंबाती राम बाबू के खिलाफ पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में मामला दर्ज किया है। यह घटना तब हुई जब पुलिस एक अन्य मामले में एक स्थानीय युवक को गिरफ्तार करने पहुंची थी।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, उन्हें पुट्टगोंडा के पास एक युवक की गिरफ्तारी के संबंध में सूचना मिली थी। जब पुलिस टीम उस युवक को गिरफ्तार करने पहुंची, तो अंबाती राम बाबू ने कथित तौर पर हस्तक्षेप किया और पुलिस अधिकारियों को अपनी ड्यूटी करने से रोका। पुलिस का आरोप है कि अंबाती राम बाबू ने युवक की गिरफ्तारी का विरोध किया और माहौल में बाधा डाली।
पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए, अंबाती राम बाबू के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 353 (सरकारी कर्मचारी को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में आगे की जांच जारी है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
अंबाती राम बाबू वाईएसआरसीपी सरकार में एक प्रभावशाली मंत्री रह चुके हैं और वे अपनी मुखर शैली के लिए जाने जाते हैं। उनके खिलाफ मामला दर्ज होने से राज्य की राजनीति में गर्माहट आने की उम्मीद है। विपक्ष इस मुद्दे को उठाकर वाईएसआरसीपी पर कानून व्यवस्था के दुरुपयोग का आरोप लगा सकता है, जबकि सत्तारूढ़ पार्टी इसे कानून का पालन करने का मामला बता सकती है।
यह घटना दर्शाती है कि आंध्र प्रदेश में राजनीतिक माहौल कितना तनावपूर्ण है, खासकर हाल ही में हुए चुनाव परिणामों के बाद। अब देखना यह होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है और इसका राजनीतिक गलियारों में क्या असर पड़ता है।
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