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Ajit Pawar: अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा को झटका देते हुए पार्टी की पिंपरी-चिंचवड़ इकाई के चार नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है और उनके जल्द ही शरद पवार गुट में शामिल होने की संभावना है। यह घटनाक्रम हाल के लोकसभा चुनाव में राकांपा के निराशाजनक प्रदर्शन और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले आया है।

एनसीपी की पिंपरी-चिंचवड़ इकाई के प्रमुख अजीत गव्हाणे, पिंपरी-चिंचवड़ छात्र विंग के प्रमुख यश साने और पूर्व नगरसेवक राहुल भोसले और पंकज भालेकर ने अजीत पवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।

सूत्रों ने कहा कि भोसरी विधानसभा सीट से टिकट पाने के उनके प्रयास विफल होने के बाद अजीत गव्हाणे ने इस्तीफा दे दिया। भाजपा विधायक महेश लांडगे पिछले दो बार से भोसरी निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए हैं। पिंपरी-चिंचवड़ दशकों से एनसीपी का गढ़ रहा है।

लोकसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने 48 में से 30 सीटें जीतकर महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन को चौंका दिया। अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने सिर्फ एक सीट रायगढ़ जीती, जबकि शरद पवार गुट को आठ सीटें मिलीं।

ऐसी भी अटकलें हैं कि महाराष्ट्र के मंत्री और वरिष्ठ राकांपा नेता छगन भुजबल अजित पवार का साथ छोड़ सकते हैं। पिछले महीने महा विकास अघाड़ी में शामिल शिवसेना (यूबीटी) के एक वरिष्ठ नेता ने भुजबल से मुलाकात की थी।

सूत्रों ने कहा कि भुजबल बारामती लोकसभा चुनाव में सुप्रिया सुले से हार के बाद अजित पवार द्वारा अपनी पत्नी सुनेत्रा को राज्यसभा के लिए नामांकित करने से नाराज थे।

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