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Up Kiran, Digital Desk: आजकल ऑनलाइन खाना ऑर्डर करना और घर बैठे उसका लुत्फ़ उठाना आम बात हो गई है। इस बढ़ते बाजार को देखते हुए अब नए खिलाड़ी भी इस क्षेत्र में उतर रहे हैं। देश की मशहूर राइड-हेलिंग सर्विस 'रैपिडो' अब फूड डिलीवरी मार्केट में धमाकेदार एंट्री करने जा रही है! रैपिडो ने अपनी नई सर्विस का नाम 'ओनली' रखा है। रैपिडो ने इस फैसले से सीधे तौर पर जोमैटो और स्विगी जैसी दिग्गज कंपनियों को चुनौती दी है। 'ओनली' के जरिए रैपिडो फूड डिलीवरी से जुड़े सभी अतिरिक्त चार्ज हटा देगा, जो अब तक ग्राहकों को देने पड़ते थे। इसमें डिलीवरी फीस, पैकेजिंग चार्ज और दूसरे छिपे हुए टैक्स शामिल हैं।

रैपिडो-ओनली में क्या है खास

रैपिडो की नई 'ओनली' सर्विस का सबसे बड़ा दावा यह है कि ग्राहकों को खाना उसी कीमत पर मिलेगा, जिस कीमत पर उन्हें होटल या रेस्टोरेंट में मिलता है। यानी मेन्यू कार्ड पर जो कीमत होगी, वही कीमत आपके घर तक डिलीवर होने वाले खाने की होगी। न डिलीवरी चार्ज, न पैकेजिंग चार्ज! यह ग्राहकों के लिए एक बड़ा आकर्षण होने वाला है।

केवल ग्राहकों के लिए ही नहीं बल्कि 'ओनली' मॉडल रेस्तराँ के लिए भी बहुत फायदेमंद है। ज़ोमैटो और स्विगी जैसी कंपनियाँ रेस्तराँ से 25 से 30% का भारी कमीशन लेती हैं। हालाँकि, रैपिडो केवल नाममात्र और निश्चित सदस्यता शुल्क ही लेगा। इससे रेस्तराँ को अपने उत्पादों से ज़्यादा मुनाफ़ा (मार्जिन) मिलेगा, जिससे वे खुश होंगे।

40 लाख राइडर्स का मज़बूत नेटवर्क

रैपिडो के पास पहले से ही 40 लाख 'कैप्टन' (राइडर्स) का बड़ा नेटवर्क है। इन राइडर्स का इस्तेमाल अब फ़ूड डिलीवरी के लिए भी किया जाएगा। इससे रैपिडो को डिलीवरी में किसी भी तरह की लॉजिस्टिक्स समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा, साथ ही फ़ूड को तेज़ी से पहुँचाने में भी मदद मिलेगी। यह रैपिडो के लिए 'गेम चेंजर' साबित हो सकता है।
 

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