
Up Kiran, Digital Desk: देवताओं के गुरु, बृहस्पति ग्रह, 14 मई को अपनी चाल बदल रहे हैं। वे वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिष में गुरु को बहुत शुभ ग्रह माना जाता है, लेकिन इस बार वे मिथुन राशि में जा रहे हैं, जो उनकी शत्रु राशि मानी जाती है। शत्रु राशि में गुरु का जाना कुछ लोगों के जीवन में उतार-चढ़ाव ला सकता है।
एक और खास बात यह है कि इस साल गुरु बहुत तेज गति (ज्योतिष में इसे 'अतिचारी' गति कहते हैं) से चलेंगे। आमतौर पर गुरु एक राशि में लगभग एक साल रहते हैं, लेकिन इस बार वे मई में मिथुन राशि में आने के बाद, सिर्फ छह महीने के भीतर ही अक्टूबर में फिर से राशि बदलकर कर्क राशि में चले जाएंगे।
गुरु का शत्रु राशि मिथुन में जाना और उनकी यह तेज गति, कुछ राशियों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकती है। आइए जानते हैं कौन सी हैं वो 3 राशियां, जिन्हें इस दौरान अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत है:
1. मेष राशि
गुरु आपकी राशि से तीसरे भाव में प्रवेश करेंगे। क्योंकि गुरु शत्रु राशि मिथुन में होंगे, आपको अपनी सेहत को लेकर थोड़ा सावधान रहना होगा। खासतौर पर सांस से जुड़ी दिक्कतें (जैसे अस्थमा या सांस लेने में तकलीफ) परेशान कर सकती हैं। जिनकी उम्र 50 साल से ज़्यादा है, उन्हें विशेष रूप से ध्यान देने की ज़रूरत है। कुछ लोगों को कान और गले से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं। बेहतर होगा कि आप पहले से ही एक हेल्थ चेकअप करवा लें। हालांकि, अच्छी बात यह है कि इस दौरान आप अपने ज्ञान और समझ से समाज में अपनी एक अलग पहचान बना सकते हैं। सेहत को दुरुस्त रखने के लिए नियमित व्यायाम (Exercise) करना आपके लिए बहुत फायदेमंद रहेगा।
2. मकर राशि
गुरु का गोचर आपकी राशि से छठे भाव में होगा। ज्योतिष में छठे भाव में गुरु की स्थिति स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी नहीं मानी जाती। इस भाव में बैठे गुरु आपको पेट से जुड़ी समस्याएं (उदर विकार) दे सकते हैं। आपको अपने खान-पान का खास ध्यान रखना होगा। बाहर का तला-भुना और मसालेदार भोजन करने की आदत आपके पाचन तंत्र को कमजोर कर सकती है। इसके साथ ही, कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या भी बढ़ सकती है। अगर आपको पहले से ही ये समस्याएं हैं, तो किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह जरूर लें। 40 साल से ज़्यादा उम्र के लोगों को कब्ज, गैस या अपच जैसी समस्याएं ज़्यादा परेशान कर सकती हैं। खुद को तंदुरुस्त बनाए रखने के लिए योग और ध्यान का सहारा लेना आपके लिए लाभकारी होगा।
3. कुंभ राशि
गुरु आपकी राशि से पांचवें भाव में गोचर करेंगे। यह भाव ज्ञान और बुद्धि का है, इसलिए आपकी सीखने की क्षमता और समझ तो बढ़ेगी, लेकिन स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ समस्याएं आपको घेर सकती हैं। कुंभ राशि के जातकों को इस दौरान अपने दिल (हृदय) का विशेष ख्याल रखना होगा। खाने में तेल और मसालेदार चीजों का इस्तेमाल जितना कम करेंगे, उतना आपके लिए अच्छा रहेगा। कुछ लोगों को सीने में जलन की समस्या भी हो सकती है। गुरु के इस गोचर के दौरान आलस्य को खुद पर हावी न होने दें। आप जितना ज़्यादा शारीरिक रूप से सक्रिय (एक्टिव) रहेंगे, उतने ही फिट और स्वस्थ रहेंगे।
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