img

हम में से ज़्यादातर लोग हड्डियों के स्वास्थ्य पर तब तक ध्यान नहीं देते जब तक कोई गंभीर दिक्कत सामने न आए। जबकि सच्चाई यह है कि हड्डियाँ भी शरीर के दूसरे अंगों की तरह ज़िंदा ऊतक होती हैं, जो जीवनभर बदलती रहती हैं।

मज़बूत हड्डियों का मतलब है एक एक्टिव और हेल्दी ज़िंदगी। लेकिन इसके लिए सही खानपान, संतुलित जीवनशैली और समय-समय पर देखभाल बेहद ज़रूरी है। चलिए जानते हैं, अलग-अलग उम्र में हड्डियों को क्या चाहिए और आप क्या कर सकते हैं।

बचपन और किशोरावस्था: मज़बूती की नींव यहीं रखी जाती है

इस उम्र में हड्डियाँ सबसे तेज़ी से बढ़ती हैं। यही समय है Future Bone Health का बेस तैयार करने का।

कैल्शियम और विटामिन D: ये दो न्यूट्रिएंट्स हड्डियों के लिए बेहद ज़रूरी हैं।

क्या खाएं? दूध, अंडे, रागी, हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ, और हड्डियों का सूप (बोन ब्रोथ)।

शारीरिक गतिविधियाँ: दौड़ना, कूदना और डांस जैसे एक्टिविटी हड्डियों को मज़बूत बनाते हैं।

बच्चों के हड्डियों का अस्थि द्रव्यमान 20 की उम्र तक सबसे ऊँचाई पर पहुंचता है, इसलिए बचपन की देखभाल आजीवन असर डालती है।

युवावस्था और वयस्कता: बनाए रखें अपनी हड्डियों की ताकत

30 की उम्र के बाद हड्डियाँ बनना बंद हो जाती हैं और टूटने लगती हैं। इसलिए इस फेज़ में हड्डियों को बनाए रखना सबसे ज़रूरी हो जाता है।

पोषण: विटामिन K2, मैग्नीशियम, प्रोटीन और कैल्शियम की संतुलित डाइट लें।

लाइफस्टाइल: धूप में समय बिताएं, स्मोकिंग और ज्यादा कैफीन से दूरी रखें।

महिलाओं के लिए खास ध्यान: गर्भावस्था और पीरियड्स के कारण हड्डियों की देखभाल और भी ज़रूरी हो जाती है।

एक हेल्दी रूटीन से आप फ्रैक्चर और जोड़ों के दर्द से बचे रह सकते हैं।

बुढ़ापा: हड्डियों की रक्षा अब ज़िम्मेदारी है

उम्र बढ़ने के साथ हड्डियाँ पतली और कमज़ोर हो जाती हैं, जिससे फ्रैक्चर और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है।

हार्मोनल बदलाव (जैसे एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन का गिरना) हड्डियों को नुकसान पहुंचाता है।

क्या करें? हल्की एक्सरसाइज़ करें – जैसे योग, पैदल चलना, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग।

सप्लीमेंट्स: डॉक्टर की सलाह से विटामिन D, मैग्नीशियम और कोलेजन लें।

गिरने से बचना, संतुलन बनाए रखना और पोषण लेना बुजुर्गों के लिए सबसे बड़ा सेल्फ-केयर है।

हड्डियों की देखभाल: एक आजीवन सफर

हड्डियों को मज़बूत रखना कोई वन-टाइम जॉब नहीं, बल्कि लाइफटाइम कमिटमेंट है।

जैसे-जैसे आप उम्र में आगे बढ़ते हैं, हड्डियों की ज़रूरतें बदलती जाती हैं। हर उम्र में सही पोषण, एक्टिव लाइफस्टाइल और थोड़ी सी सावधानी आपको ज़िंदगीभर स्वस्थ, एक्टिव और मोबाइल बनाए रखती है।