_1833323556.png)
Up Kiran, Digital Desk: राजस्थान पुलिस की स्पेशल एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने अपराध की दुनिया में लंबे समय से सक्रिय एक वांछित अपराधी को दबोचने में सफलता हासिल की है। यह गिरफ्तारी चूरू जिले के राजगढ़ रोड से हुई, जहां पुलिस ने 25 हजार रुपये के इनामी पूर्व पुलिसकर्मी प्रवीण सिंह जोड़ी उर्फ प्रवीण कमांडो को पकड़ा।
प्रवीण पर संगठित अपराध में संलिप्त रहने और नामचीन गैंगस्टरों के साथ जुड़ाव रखने के गंभीर आरोप हैं। वह लॉरेंस बिश्नोई और आनंदपाल सिंह जैसे कुख्यात अपराधियों के गैंग के लिए काम करता था।
पुलिस से अपराध की राह तक
प्रवीण का करियर 2001 में झालावाड़ जिले में बतौर कांस्टेबल शुरू हुआ था, लेकिन जल्द ही उसने पुलिस वर्दी छोड़ अपराध की दुनिया को अपना लिया। पुलिस विभाग से उसकी बर्खास्तगी तब हुई जब यह सामने आया कि वह गैंगस्टर अंकित भादू को पनाह दे रहा था और आनंदपाल गिरोह की गतिविधियों में सहयोग कर रहा था।
अपराध का बढ़ता दायरा
पुलिस सेवा से बाहर होने के बाद प्रवीण ने अपना आपराधिक नेटवर्क और भी मजबूत किया। वह न केवल लॉरेंस और आनंदपाल जैसे गैंगस्टरों के लिए सक्रिय था, बल्कि रोहित गोदारा और वीरेंद्र जैसे अपराधियों को व्यापारियों के नंबर तक उपलब्ध कराता था ताकि फिरौती की रकम वसूली जा सके। उसके खिलाफ श्रीगंगानगर सहित कई जिलों में केस दर्ज हैं।
होटल फायरिंग में नाम आया सामने
18 अगस्त 2024 को चूरू शहर के होटल सनसिटी पर हुई गोलीबारी की घटना में भी प्रवीण का नाम उभर कर सामने आया। हमलावरों ने होटल पर अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं, लेकिन सौभाग्य से कोई जान का नुकसान नहीं हुआ। इस मामले में चूरू के पुलिस अधीक्षक ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
पहले गिरफ्तार हो चुका है साथी
इससे पहले एजीटीएफ ने प्रवीण का साथी जितेंद्र सिंह उर्फ जीतू जोड़ी को गिरफ्तार किया था। जीतू के पास से दो AK-47 रायफल और भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए थे। अब पुलिस को उम्मीद है कि प्रवीण से पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारी और नेटवर्क की कड़ियाँ उजागर होंगी।
--Advertisement--