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Up Kiran, Digital Desk: सावन के पवित्र महीने में उत्तर भारत के कांवड़ मार्ग पर भक्तिभाव चरम पर है। इसी आस्था के वातावरण में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज का दौरा धार्मिक भावना, सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक सतर्कता का मिश्रण साबित हुआ। गाजियाबाद से लेकर मेरठ तक उनके इस दौरे में शिवभक्तों के प्रति सम्मान, व्यवस्था की समीक्षा और कांवड़ यात्रा की गरिमा को बनाए रखने का स्पष्ट संदेश देखने को मिला।
गाजियाबाद में दूधेश्वरनाथ मंदिर से की शुरुआत
सीएम योगी का आज का दिन गाजियाबाद के प्राचीन दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना से आरंभ हुआ। यहां उन्होंने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया और मंदिर परिसर में की गई सुरक्षा और प्रबंधन व्यवस्थाओं का स्वयं निरीक्षण किया। इस दौरान मंदिर क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखी गई, जहां पुलिस बल पूरी मुस्तैदी से तैनात था। मुख्यमंत्री ने न केवल धार्मिक परंपरा का निर्वाह किया, बल्कि इस अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए किए गए इंतज़ामों की भी सराहना की।
हेलीकॉप्टर से कांवड़ रूट का लिया जायजा
गाजियाबाद से आगे का सफर उन्होंने हेलीकॉप्टर के माध्यम से तय किया। पुलिस लाइन से उड़ान भरकर सीएम योगी सीधे मुजफ्फरनगर और मेरठ पहुंचे, जहां उन्होंने कांवड़ यात्रा मार्ग की हवाई निगरानी की। इस निरीक्षण का उद्देश्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और यात्रा के सुचारू संचालन की स्थिति का मूल्यांकन करना था। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने रास्ते में चल रहे शिवभक्तों पर पुष्पवर्षा कर भावनात्मक जुड़ाव का संदेश भी दिया, जिससे कांवड़ियों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई।
मेरठ में दी चेतावनी और की सराहना
मेरठ पहुंचकर मुख्यमंत्री ने कांवड़ियों की आस्था और तपस्या की खुले दिल से सराहना की। उन्होंने कहा कि सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर स्तर पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं, वहीं स्वयंसेवी संगठनों ने भी भरपूर सहयोग दिया है। शहर-शहर जगह-जगह बनाए गए पंडालों और विश्राम स्थलों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस समर्पण के लिए समाज धन्यवाद का पात्र है।
हालांकि इस दौरान उन्होंने चेताया भी कि कुछ असामाजिक तत्व यात्रा में विघ्न डालने का प्रयास कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें समाज के सामने लाना हम सभी की साझा जिम्मेदारी है।
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