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Up Kiran, Digital Desk: बिहार के बेगूसराय जिले के तेघड़ा प्रखंड में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे तटवर्ती इलाकों में कटाव की रफ्तार भी तेज हो गई है। बीते कुछ वर्षों से हर मानसून में गंगा का बदलता स्वरूप यहां के ग्रामीणों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है, लेकिन इस बार हालात और गंभीर हो गए हैं। मधुरापुर के बोल्डर घाट स्थित रिंग बांध अब कटाव की चपेट में आ गया है, जिससे बांध के टूटने का खतरा मंडरा रहा है।

मधुरापुर से अयोध्या तक लगभग तीन किलोमीटर के क्षेत्र में नदी का कटाव तेजी से हो रहा है। गंगा के तेज बहाव में अब तक लगभग 50 बीघा उपजाऊ भूमि नदी में समा चुकी है। इसके बावजूद राहत व बचाव कार्य को लेकर प्रशासन की ओर से कोई ठोस पहल नहीं की गई है, जिससे स्थानीय लोगों में गहरा रोष है।

ग्रामीणों का कहना है कि वे लगातार प्रशासन और बाढ़ नियंत्रण विभाग को इस संकट से अवगत करा रहे हैं, लेकिन अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिले हैं। पिछले पंद्रह दिनों से कटाव लगातार जारी है, परंतु उसकी रोकथाम के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया।

पूर्व वार्ड पार्षद भूषण सिंह ने चिंता जताते हुए बताया कि 35 साल पहले जो बोल्डर घाट रिंग बांध बनाया गया था, वह अब फिर से खतरे में है। उन्होंने बताया कि इस बांध के बनने से मधुरापुर के दक्षिण टोला और बिचला टोला को कटाव से राहत मिली थी, लेकिन अब वही इलाके फिर से खतरे की जद में आ गए हैं।

इस बीच स्थानीय विधायक रामरतन सिंह ने कटावग्रस्त इलाके का दौरा किया और बताया कि वे पिछले सप्ताह से ही इस मुद्दे पर अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं। शनिवार को संबंधित विभाग की एक टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का आकलन किया है और फिलहाल समाधान की दिशा में चर्चा चल रही है।

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