img

Up Kiran, Digital Desk: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) अब ऐतिहासिक गोलकोंडा किले और उसके आसपास के स्थलों के रखरखाव और संरक्षण के लिए एक बड़ा अभियान शुरू करने जा रहा है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य इन विश्व प्रसिद्ध धरोहरों को संरक्षित करना और पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाना है।

ASI-हैदराबाद सर्कल की अधीक्षण पुरातत्वविद् (Superintending Archaeologist) के. अरुणा ने बताया कि गोलकोंडा किले की दीवारों और बुर्जों (bastions) की मरम्मत पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। किले की ढांचागत मजबूती को सुनिश्चित करने के साथ-साथ, पर्यटकों की सुविधाओं को भी बेहतर किया जाएगा। इसके तहत शौचालयों, पीने के पानी की व्यवस्था और साइनेज (संकेत बोर्ड) को दुरुस्त किया जाएगा। इसके अलावा, किले के परिसर से खरपतवार और अनावश्यक झाड़ियों को हटाने का काम भी किया जाएगा।

यह अभियान सिर्फ गोलकोंडा किले तक ही सीमित नहीं है। ASI कुतुब शाही मकबरों के लिए भी एक प्रबंधन योजना (management plan) पर काम कर रहा है। आपको बता दें कि कुतुब शाही मकबरे पहले से ही यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल हैं। ASI इस स्थल के रखरखाव के लिए आगा खान ट्रस्ट फॉर कल्चर (AKTC) के साथ मिलकर काम करेगा।

इन दोनों स्थलों के अलावा, हैदराबाद की शान कहे जाने वाले चारमीनार का संरक्षण भी ASI की ही जिम्मेदारी है और वहां भी इसी तरह के सुधार कार्य किए जाएंगे। इस पूरी पहल का लक्ष्य हैदराबाद की इन ऐतिहासिक विरासतों को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखना और दुनिया भर के पर्यटकों को एक यादगार अनुभव देना है।

--Advertisement--