img

Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद, राज्य के विकास का पहिया दोबारा पटरी पर लाने की कोशिशें तेज़ हो गई हैं. इसी सिलसिले में, राज्य के आईटी और मानव संसाधन विकास मंत्री और TDP के महासचिव, नारा लोकेश, ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक अहम मुलाकात की. यह मुलाकात सिर्फ एक औपचारिक बैठक नहीं थी, बल्कि इसमें आंध्र प्रदेश के भविष्य और उसकी सबसे बड़ी चुनौतियों पर सीधी और खुलकर बात हुई.

यह मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बेटे, नारा लोकेश की प्रधानमंत्री मोदी के साथ पहली आमने-सामने की मुलाकात थी, जब से राज्य में TDP-जनसेना-BJP गठबंधन की सरकार बनी है.

लोकेश ने बताई पिछली सरकार की 'खामियां'

सूत्रों के मुताबिक, नारा लोकेश ने प्रधानमंत्री को विस्तार से बताया कि उन्हें पिछली YSRCP सरकार से विरासत में कैसा आंध्र प्रदेश मिला है. उन्होंने कहा:

"हमें खाली खजाना मिला है": लोकेश ने पीएम मोदी को राज्य की बेहद खराब आर्थिक स्थिति के बारे में जानकारी दी और बताया कि कैसे पिछली सरकार के कुप्रबंधन ने राज्य को वित्तीय संकट में धकेल दिया है.

अटक गए पोलावरम और अमरावती: उन्होंने राज्य के दो सबसे बड़े सपनों - पोलावरम परियोजना और राजधानी अमरावती - की दुर्दशा पर भी बात की. उन्होंने बताया कि कैसे इन प्रोजेक्ट्स को पिछले पांच सालों में नजरअंदाज कर दिया गया.

केंद्र से मांगी ‘विशेष मदद: अपनी बात रखते हुए, लोकेश ने प्रधानमंत्री से राज्य को इस मुश्किल घड़ी से बाहर निकालने के लिए विशेष केंद्रीय सहायता की मांग की. उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश को दोबारा विकास के रास्ते पर लाने के लिए केंद्र का सहयोग बहुत ज़रूरी है, खासकर पोलावरम और अमरावती जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स को फिर से शुरू करने के लिए.

PM मोदी का मिला सकारात्मक जवाब

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नारा लोकेश की सभी बातों को ध्यान से सुना. खबरों के मुताबिक, पीएम ने आंध्र प्रदेश को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्य के विकास के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.

इसके अलावा, नारा लोकेश ने प्रधानमंत्री को राज्य में किआ मोटर्स (Kia Motors) के विस्तार प्रोजेक्ट के उद्घाटन समारोह के लिए भी आमंत्रित किया.

यह मुलाकात केंद्र और आंध्र प्रदेश की नई राज्य सरकार के बीच मज़बूत होते रिश्तों का एक बड़ा संकेत है. इससे यह उम्मीद जगी है कि अब आंध्र प्रदेश के अटके हुए विकास कार्यों को जल्द ही नई गति मिल सकती है.

--Advertisement--