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Up Kiran, Digital Desk: बिहार सरकार ने राज्य के हजारों परिवारों को राहत देने वाला कदम उठाया है। शिक्षा विभाग द्वारा राज्यभर के सरकारी स्कूलों में करीब 5000 पदों पर सहानुभूति (compassionate grounds) के आधार पर नियुक्तियां की जा रही हैं। यह निर्णय न सिर्फ लंबे समय से इंतजार कर रहे परिवारों के लिए आशा की किरण है, बल्कि यह दर्शाता है कि प्रशासन अब संवेदनशील फैसलों की ओर बढ़ रहा है।
लंबे समय से लंबित फाइलों पर तेजी से काम
राज्य के जिन परिवारों ने अपने किसी सदस्य को सरकारी सेवा में कार्यरत रहने के दौरान खोया था, वे लंबे समय से आशा लगाए बैठे थे कि सरकार उनकी स्थिति को समझेगी। अब जाकर शिक्षा विभाग ने उन फाइलों पर कार्रवाई तेज की है। प्रत्येक जिले के डीएम और जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सभी प्राप्त आवेदनों की जांच कर 13 अगस्त तक अंतिम सूची तैयार करें।
14 अगस्त को नियुक्ति पत्र देने की तैयारी
शिक्षा विभाग की योजना है कि 14 अगस्त को राज्यभर में चयनित अभ्यर्थियों को औपचारिक रूप से नियुक्ति पत्र सौंप दिए जाएं। इसके लिए अभ्यर्थियों को मोबाइल मैसेज और अन्य माध्यमों से सूचना दी जा रही है ताकि वे तय समय पर पहुंच सकें। यह कदम स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सामाजिक और प्रशासनिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
क्लर्क और अटेंडेंट के पद होंगे भरे
विभागीय सचिव दिनेश कुमार ने जानकारी दी कि पहली प्राथमिकता सहानुभूति आधार पर योग्य आवेदकों की नियुक्ति को दी जा रही है। इसके बाद राज्य में स्कूलों में रिक्त पड़े अन्य पदों को भरने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। अभी की योजना के तहत क्लर्क और अटेंडेंट जैसे गैर-शिक्षकीय पदों पर भर्ती की जाएगी।
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