छत्तीसगढ़ में 12 जातियों को एसटी का दर्जा मिला है। राज्य सभा में प्रस्ताव पास किया गया है। लोग लंबे समय से एसटी का दर्जा मांग रहे थे। दरअसल, इसमें योजनाओं का सीधे सीधे लाभ मिलेगा यानी कि बीजेपी आदिवासी गांव में एक बड़े तरीके से इसको जश्न के तौर पर मनाएगी। दिवाली के तौर पर इसको मनाने जा रही है।
सरकार द्वारा आदिवासी वर्ग को साधने की यह बड़ी कवायद की जा रही है। जिसमें 12 जातियों को आदिवासी का दर्जा दिया गया। केंद्र सरकार ने संसद में बिल पास कराया और लाखों आदिवासियों को इसका फायदा मिलेगा।
काफी लंबे समय से इन 12 जातियों को आदिवासी का दर्जा देने की मांग की जा रही थी। पूर्व मंत्री ने भी प्रधानमंत्री को कई बार पत्र लिखा था। पत्र लिखे जाने के बाद कुछ मात्रात्मक त्रुटियां जो हैं उनको सुधार किए जाने की मांग की जा रही थी। लंबे समय से मामला लंबित होने के बाद अब राज्यसभा में बिल लाया गया और केंद्र सरकार की तरफ से इन 12 जातियों को आदिवासी आदिवासियों में शामिल करने के बाद उनकी मात्रात्मक त्रुटियां उनको दूर कर दिया गया है। तो कुल मिलाकर आदिवासी को आदिवासी होने के कारण उनको बड़ा लाभ मिल सकेगा।
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