
Up Kiran, Digital Desk: अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने Google की उस याचिका को खारिज कर दिया है जिसमें कंपनी ने प्ले स्टोर में बदलाव टालने की मांग की थी। अब Google को Play Store में नए नियम लागू करने होंगे जो प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देंगे।
यह फैसला उस आदेश को लागू रखने की पुष्टि करता है जिसे अमेरिकी जिला न्यायाधीश जेम्स डोनाटो ने अक्टूबर 2023 में जारी किया था। इस आदेश में कहा गया है कि Google को प्रतिस्पर्धियों को Android ऐप्स की पूरी सूची उपलब्ध करानी होगी और वैकल्पिक ऐप्स को सीधे Play Store से डाउनलोड करने की अनुमति देनी होगी।
क्यों पड़ा Google पर ये आदेश?
यह मामला तब शुरू हुआ जब Epic Games (Fortnite निर्माता) ने 2020 में Google पर एक प्रतिस्पर्धा-विरोधी मुकदमा दायर किया। Epic ने आरोप लगाया कि Google अपने Play Store के ज़रिए एक अवैध एकाधिकार चला रहा है और इन-ऐप भुगतान पर 15% से 30% तक की भारी फीस वसूलता है।
सैन फ्रांसिस्को की एक अदालत में महीनों तक चली सुनवाई के बाद जूरी ने Google को दोषी ठहराया और आदेश दिया कि Play Store में बदलाव लाए जाएं ताकि अन्य डेवलपर्स को भी बराबरी का मौका मिल सके।
Google की सफाई: "बढ़ेगा खतरा, घटेगी सुरक्षा"
Google का कहना है कि कोर्ट का यह आदेश 10 करोड़ से ज़्यादा अमेरिकी यूज़र्स की सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है। कंपनी का तर्क है कि इससे प्ले स्टोर में पायरेटेड और मालवेयर भरे ऐप्स की भरमार हो सकती है।
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने यह दलील नहीं मानी और आदेश को बरकरार रखा। अब Google के पास 22 अक्टूबर तक का समय है इन बदलावों को लागू करने के लिए।
कानून की लड़ाई अभी बाकी है
Google ने संकेत दिया है कि वह आदेश का पालन तो करेगा लेकिन अपनी कानूनी लड़ाई जारी रखेगा। इससे पहले, नौवीं सर्किट अपील कोर्ट ने भी Google की याचिका खारिज कर दी थी। अब कंपनी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने के लिए अगला कदम उठा सकती है।