Up Kiran, Digital Desk: टेक की दुनिया में इस वक्त Google के नए AI असिस्टेंट, Gemini को लेकर खूब चर्चा है। Google ने बड़े जोर-शोर से इसे 'भविष्य का असिस्टेंट' बताते हुए हमारे घरों और फोनों में पहुंचाना शुरू कर दिया है। Google का दावा है कि Google Assistant से Gemini पर यह बदलाव (Transition) बहुत ही "Smooth" यानी आराम से हो रहा है और यूजर्स को कोई दिक्कत नहीं आ रही है।
लेकिन, हकीकत शायद कुछ और ही है। इंटरनेट पर यूजर्स की शिकायतों का अंबार लग गया है, जो Google के दावों से बिल्कुल अलग कहानी बयां कर रहे हैं।
Google का दावा vs यूजर्स का दर्द
Google के प्रवक्ता का कहना है कि उन्होंने यूजर्स के फीडबैक के आधार पर Gemini में कई सुधार किए हैं और इसे रोल आउट करने का काम बहुत सहजता से चल रहा है। पर जब आप सोशल मीडिया और टेक फोरम पर नजर डालते हैं, तो तस्वीर कुछ ऐसी दिखती है:
शिकायत नंबर 1: अरे, मेरे बेसिक फीचर्स कहां गए?
यूजर्स की सबसे बड़ी और सबसे आम शिकायत यह है कि Gemini के आने के बाद, Google Assistant के कई पुराने और काम के फीचर्स गायब हो गए हैं।
रिमाइंडर सेट करना: कई यूजर्स कह रहे हैं कि अब वे वॉयस कमांड से सिंपल रिमाइंडर भी सेट नहीं कर पा रहे हैं।
रूटीन का कबाड़ा: Google Home के 'रूटीन' (Routines), जिनसे लोग अपने दिन भर के काम ऑटोमेट करते थे (जैसे 'Good Morning' बोलते ही लाइट जलना, न्यूज़ चलना), वो अब ठीक से काम नहीं कर रहे या पूरी तरह से गायब हो गए हैं।
स्मार्ट होम कंट्रोल में दिक्कत: स्मार्ट बल्ब, स्पीकर और अन्य डिवाइस को कंट्रोल करने में भी लोगों को परेशानी आ रही है।
एक यूजर ने Reddit पर लिखा, "पहले मैं घर में आते ही कहता था 'I'm home' और मेरा सारा काम हो जाता था। अब Gemini मुझसे पूछता है, 'मैं इसमें आपकी कैसे मदद कर सकता हूं?' अरे भाई, जो काम पहले से कर रहे थे, बस वही कर दो!"
शिकायत नंबर 2: इतना कन्फ्यूजन क्यों है भाई?
दूसरी बड़ी समस्या यह है कि यूजर्स को समझ ही नहीं आ रहा कि आखिर Gemini काम कैसे करेगा।
यह अभी तक Android Auto या Google Maps के साथ ठीक से काम नहीं करता।
कई बेसिक सवालों के जवाब भी नहीं दे पाता जो पुराना असिस्टेंट आसानी से दे देता था।
यूजर्स को यह कंट्रोल भी नहीं दिया गया है कि वे चाहें तो पुराने Google Assistant पर ही बने रहें।
क्या जल्दीबाजी में लिया गया फैसला?
टेक एक्सपर्ट्स का मानना है कि ChatGPT से मिली टक्कर के बाद, Google शायद अपने AI को लेकर कुछ ज्यादा ही जल्दीबाजी में है। ऐसा लगता है कि उन्होंने पूरी तरह से तैयार होने से पहले ही Gemini को लॉन्च कर दिया, जिसका खामियाजा अब आम यूजर्स को भुगतना पड़ रहा है।
यह सच है कि Gemini एक बहुत ही पावरफुल AI है, लेकिन एक 'स्मार्ट असिस्टेंट' को सिर्फ पावरफुल ही नहीं, बल्कि 'हेल्पफुल' और 'भरोसेमंद' भी होना चाहिए। उसे हमारे रोज के छोटे-छोटे कामों को आसान बनाना चाहिए, न कि और मुश्किल।
फिलहाल, Google कह रहा है कि वे लगातार अपडेट्स पर काम कर रहे हैं। लेकिन जब तक ये सारे सुधार नहीं हो जाते, तब तक ऐसा लगता है कि यूजर्स को Google के 'स्मूथ' दावों और अपनी 'अधूरी' हकीकत के बीच ही जीना होगा।
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