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government teachers hunger strike: पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में प्रधानाचार्य भर्ती को लेकर चल रही स्थिति ने टीचरों में गहरी नाराजगी पैदा कर दी है। राजकीय शिक्षक संघ (देहरादून) ने शनिवार से भूख हड़ताल शुरू कर दी है, जिसमें प्रमुख संघ नेता अर्जुन पंवार, देवेंद्र बिष्ट और अंकित रौथाण शामिल हैं। ये नेता शिक्षा निदेशालय परिसर में आमरण अनशन पर बैठे हैं, मांग कर रहे हैं कि प्रधानाचार्य भर्ती को पूरी तरह से निरस्त किया जाए और प्रमोशन प्रक्रिया की शुरुआत की जाए।
शिक्षक संघ ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने शीघ्र फैसला नहीं लिया तो आंदोलन को राज्य स्तर पर ले जाया जाएगा और शिक्षक पूर्ण कार्यबहिष्कार के लिए मजबूर होंगे।
राजकीय शिक्षक संघ का कहना है कि प्रधानाचार्य पद पूरी तरह से प्रमोशन का पद है और इस पद पर सीधी भर्ती करके सरकार शिक्षकों के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कई सालों से शिक्षक प्रमोशन की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जबकि सरकार की ओर से इस दिशा में कोई पहल नहीं की जा रही है।
शिक्षकों का कहना है कि शिक्षा निदेशालय से कोई भी अधिकारी उनके मुद्दों पर गंभीरता से विचार नहीं कर रहा है, और उनकी पीड़ा सुनने के लिए कोई तैयार नहीं है।