img

Up Kiran, Digital Desk: बिहार में महागठबंधन की आगामी प्रेस कॉन्फ्रेंस ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। जहां एक ओर राजद (राष्ट्रीय जनता दल) के नेता तेजस्वी यादव को बिहार चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया जाने की उम्मीद जताई जा रही है, वहीं भाजपा ने इस मौके पर कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए राहुल गांधी की तस्वीर को पोस्टरों से गायब होने पर सवाल उठाए हैं।

भाजपा का हमला: "राहुल गांधी की तस्वीर क्यों गायब?"

बिहार के पटना में महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस के पोस्टरों में केवल तेजस्वी यादव की तस्वीर दिखाई दे रही है। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत भी सीट बंटवारे को लेकर राजद और कांग्रेस के बीच मध्यस्थता के लिए पटना पहुंचे थे। अब उम्मीद जताई जा रही है कि गहलोत इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव के साथ दिखाई देंगे।

भाजपा ने कांग्रेस के इस कदम पर हमला बोला। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, "यह संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस है, लेकिन सिर्फ़ एक तस्वीर! राहुल गांधी और कांग्रेस का 'सम्मान चोरी' किया गया। कांग्रेस और राहुल को उनकी असली जगह दिखा दी?" उनका यह बयान गांधी के चुनावों में "वोट चोरी" के आरोप को लेकर किया गया था, जिसे भाजपा और चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया था।

गठबंधन में तालमेल की कोशिश

राजद और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर कुछ समय से तनाव बना हुआ था, लेकिन अब महागठबंधन के सहयोगियों से उम्मीद जताई जा रही है कि वे प्रेस कॉन्फ्रेंस में एकता का प्रदर्शन करेंगे। दरअसल, कांग्रेस अधिक सीटों की मांग कर रही थी, जिसके कारण दोनों पार्टियों के बीच चुनावी उम्मीदवारों की घोषणाओं में आपसी टकराव था। यह गतिरोध भाजपा और जदयू के लिए फायदा कर सकता था, क्योंकि इससे विपक्षी वोटों में बंटवारा हो सकता था।

इसी तनाव को खत्म करने के लिए अशोक गहलोत को पटना भेजा गया, और अब नेताओं का कहना है कि अधिकांश मुद्दे हल हो चुके हैं। हालांकि, कुछ सीटों पर "दोस्ताना लड़ाई" देखने को मिल सकती है।