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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (IREDA) ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के ज़रिए ₹2006.30 करोड़ (लगभग ₹2006 करोड़) की महत्वपूर्ण राशि जुटाई है। इस कदम का मुख्य उद्देश्य अपनी पूंजी आधार को मजबूत करना और देश में ग्रीन फाइनेंसिंग यानी हरित परियोजनाओं के वित्तपोषण को बढ़ावा देना है।

कंपनी द्वारा घोषित इस सफल QIP में निवेशकों ने ज़बरदस्त दिलचस्पी दिखाई, जिसके परिणामस्वरूप यह ओवरसब्सक्राइब हुआ। इसमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय, दोनों तरह के निवेशकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो IREDA की विकास क्षमता और भारत के अक्षय ऊर्जा क्षेत्र पर उनके विश्वास को दर्शाता है।

QIP के तहत शेयर ₹135 प्रति इक्विटी शेयर के इश्यू प्राइस पर जारी किए गए थे। यह फंड जुटाना IREDA की व्यापक रणनीति का हिस्सा है जिसका लक्ष्य भारत के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना है। इस पूंजी के प्रवाह से IREDA को अधिक ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स को फाइनेंस करने की क्षमता मिलेगी, जिसमें सौर, पवन और अन्य हरित प्रौद्योगिकियां शामिल हैं।

यह कदम भारत के नेट-जीरो उत्सर्जन लक्ष्यों को हासिल करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। IREDA, जो अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए एक प्रमुख वित्तीय संस्थान है, इस फंड का उपयोग अपनी ऋण देने की क्षमता का विस्तार करने के लिए करेगा, जिससे देश में हरित ऊर्जा के बुनियादी ढांचे के विकास में तेज़ी आएगी।

यह QIP IREDA के लिए एक बड़ी सफलता है और यह दिखाता है कि निवेशक स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र के विकास में निवेश करने के इच्छुक हैं। यह भारत के हरित भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

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