img

Up Kiran , Digital Desk: अंबेडकर नगर, उत्तर प्रदेश, 29 अप्रैल 2025 – एक दिन पहले शादी के बाद खुशहाल दूल्हा-दुल्हन का जो सपना हर किसी के मन में होता है, वह किसी के लिए भी डरावना साबित हो सकता है। एक तरफ जहां शादी के दिन दूल्हा-दुल्हन अपने जीवन के सबसे खास पल का आनंद ले रहे होते हैं, वहीं कुछ लोगों के लिए यही दिन उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा धोखा साबित हो सकता है। आज हम आपको ऐसी ही एक कहानी बताएंगे, जो पूरी दुनिया में सनसनी मचा चुकी है। एक 'डाकू दुल्हन' की कहानी, जिसने ना केवल अपनी शादी के दिन दूल्हों को धोखा दिया, बल्कि एक पूरी गैंग का हिस्सा बनकर गरीब परिवारों से पैसों की लूट की।

वो दुल्हन जो अगवा हो जाती थी

29 अप्रैल 2025 को यूपी के अंबेडकर नगर जिले के बसखारी इलाके में एक मंदिर के बाहर एक शख्स ने पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल किया और बताया कि उसकी पत्नी का दिनदहाड़े अपहरण कर लिया गया है। उसकी शादी अभी हाल ही में हुई थी, और जैसे ही वह अपनी दुल्हन के साथ सात फेरे लेकर बाहर निकला, कुछ लोग उसकी पत्नी को अगवा कर ले गए। यह खबर सुनते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।

पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जिले की नाकाबंदी कर दी और बाहर जाने वाले सभी रास्तों को रोककर चेकिंग शुरू कर दी। कुछ ही देर बाद, पुलिस ने अपहरण की आरोपी दुल्हन को उन लोगों के साथ पकड़ा, जो उसे अगवा करके ले जा रहे थे। लेकिन जब पुलिस ने पूछताछ की, तो जो सच्चाई सामने आई, उसने सबको हैरान कर दिया।

'डाकू दुल्हन' का खुलासा

असल में, जिस दुल्हन का अपहरण हुआ था, वह कोई सामान्य महिला नहीं थी, बल्कि एक ठग गैंग की सदस्य थी। उसका असली नाम गुलशाना रियाज खान था और वह कई राज्यों में कई अलग-अलग नामों से पहचान बना चुकी थी – काजल (गुजरात), सीमा (हरियाणा), नेहा (बिहार), और स्वीटी (उत्तर प्रदेश)। महज 21 साल की उम्र में उसने 12 शादियां की थीं।

गुलशाना के गैंग में महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल थे, और यह गैंग गरीब परिवारों को निशाना बनाता था। ये लोग ऐसे परिवारों की तलाश करते थे, जिनके बेटे के लिए कोई लड़की नहीं मिल रही होती, और फिर उन परिवारों को गुलशाना की तस्वीर दिखाकर शादी के लिए राजी करते थे। शादी के दिन, जैसे ही सात फेरे हो जाते, गैंग के लोग एक फर्जी अपहरण का नाटक करते और दुल्हन को अगवा कर ले जाते।

शादी के बाद अगवा हो जाती थी दुल्हन

गुलशाना और उसके गैंग का यह धोखाधड़ी का तरीका बेहद चालाक था। शादी के बाद, जब दूल्हा इस धोखाधड़ी का शिकार हो जाता, तो इन लोगों के पास तुरंत एक नई पहचान और नया नाम होता था। फिर ये लोग किसी और दूल्हे को निशाना बनाते थे। इसके अलावा, इनकी गैंग मैट्रिमोनियल साइट्स और सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल करती थी, जिससे इनका शिकार करना और भी आसान हो जाता था।

गुलशाना और उसके गिरोह ने कई राज्यों में इस अपराध को अंजाम दिया था। खासतौर पर, दूल्हे के परिवार का विश्वास जीतने में गुलशाना काफी माहिर थी। यही कारण था कि वह आसानी से अपने शिकारों को लूटने में सफल होती थी।

रियाज खान का साथ

पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया कि गुलशाना का असली पति रियाज खान था, जो यूपी के जौनपुर का निवासी है और पेशे से दर्जी है। रियाज को भी इस धोखाधड़ी के बारे में पूरी जानकारी थी, लेकिन उसने इसे अपने फायदे के लिए नजरअंदाज किया। गुलशाना हर फर्जी शादी में लूटी गई रकम का 5% कमीशन अपने पति को देती थी। इस तरह से रियाज भी इस अपराध में बराबरी का भागीदार था।

कब और कैसे पुलिस ने गैंग को पकड़ा?

गैंग पर पुलिस का शिकंजा तब कसा जब उन्होंने हरियाणा के रोहतक में रहने वाले सोनू को 80,000 रुपये का चूना लगाया। शादी के बाद दुल्हन के अगवा होने के बाद, सोनू ने इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर 112 पर फोन किया और यूपी पुलिस को मामले की जानकारी दी। अंबेडकर नगर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और गैंग के सदस्यों को आपस में रुपयों का बंटवारा करते हुए गिरफ्तार कर लिया।

--Advertisement--