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Up Kiran, Digital Desk: संयुक्त राष्ट्र महासभा की हाई-प्रोफाइल बैठक में फ़िलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने बड़ा बयान देते हुए हमास से हथियार डालने की अपील की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि गाज़ा पट्टी पर अब हमास की कोई भूमिका नहीं होगी। यह बयान ऐसे समय आया है जब फ्रांस और अन्य देशों ने फ़िलिस्तीनी राज्य को मान्यता दी है।

वीडियो लिंक के ज़रिए संबोधित करते हुए अब्बास ने कहा कि हमास और अन्य गुटों को अपने हथियार फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण को सौंपने होंगे।

उन्होंने 7 अक्टूबर, 2023 को हुए हमास के घातक हमले की निंदा करते हुए इसे नागरिकों के खिलाफ हिंसा बताया और कहा कि हम नागरिकों की हत्या और हिरासत की निंदा करते हैं, चाहे वे कहीं भी हो।

फ्रांस ने फ़िलिस्तीनी राज्य को दी मान्यता

संयुक्त राष्ट्र की बैठक में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ऐलान किया, "मध्य पूर्व में स्थायी शांति के लिए फ्रांस आज फ़िलिस्तीन राज्य को मान्यता देता है।"

उनके इस बयान पर 140 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने खड़े होकर तालियाँ बजाईं। फ़िलिस्तीनी प्रतिनिधिमंडल, जिसमें रियाद मंसूर शामिल थे, भी इस घोषणा से अभिभूत दिखे।

अब्बास को अमेरिका से वीज़ा नहीं मिला

राष्ट्रपति अब्बास को इस बैठक में व्यक्तिगत रूप से शामिल होने से रोक दिया गया क्योंकि अमेरिका ने उन्हें वीज़ा देने से इनकार कर दिया। इसके बावजूद उन्होंने वीडियो के ज़रिए हिस्सा लिया और अपना संदेश पूरी दुनिया तक पहुँचाया।

जमीनी हकीकत: इज़राइल का गाज़ा पर हमला जारी

हालाँकि संयुक्त राष्ट्र में समर्थन बढ़ा है, लेकिन ज़मीनी स्थिति में तत्काल बदलाव की संभावना कम है। इज़राइल गाज़ा में सैन्य कार्रवाई तेज कर चुका है और पश्चिमी तट पर बस्तियाँ तेज़ी से बढ़ रही हैं।