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अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ एक बार फिर विवादों में हैं और इस बार मामला कहीं ज्यादा गंभीर है। उन पर इल्जाम है कि उन्होंने युद्ध से जुड़ी खुफिया जानकारियां अपनी पत्नी के साथ साझा की थीं। यह वही हेगसेथ हैं जो पहले भी एक ग्रुप चैट में सैन्य योजना शेयर करने को लेकर निशाने पर आ चुके हैं। ताजा मामले में इल्जाम है कि जानकारियां यमन में हूती विद्रोहियों पर हमले से जुड़ी थीं।
15 मार्च को अमेरिका ने यमन में सैन्य हमला किया था। मगर मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे पहले ही हेगसेथ ने सिग्नल ऐप के एक ग्रुप में इस ऑपरेशन की अहम जानकारियां शेयर कर दी थीं। उस ग्रुप में उनकी पत्नी जेनिफर उनके भाई फिल और एक वकील टिम पार्लाटोर शामिल थे। तीनों का इस सैन्य कार्रवाई से कोई आधिकारिक संबंध नहीं था।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हेगसेथ ने F/A-18 हॉर्नेट विमान की उड़ान योजना तक शेयर की थी। ध्यान देने वाली बात यह है कि उनकी पत्नी जेनिफर फॉक्स न्यूज की पूर्व प्रोड्यूसर हैं और वर्तमान में किसी भी सरकारी भूमिका में नहीं हैं। इसके बावजूद वह विदेश दौरों में मंत्री के साथ नजर आती रही हैं और इस पर पहले भी सवाल उठ चुके हैं।
हेगसेथ के भाई और वकील दोनों पेंटागन में कार्यरत हैं मगर रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि उन्हें हूती विद्रोहियों पर होने वाले हमले की जानकारी होना क्यों जरूरी था। इस पर भी विशेषज्ञों की चिंता गहराती जा रही है।
यह कोई पहला मौका नहीं है जब पीट हेगसेथ पर संवेदनशील जानकारियां लीक करने का इल्जाम लगा हो। इससे पहले एटलांटिक के पत्रकार जैफरी गोल्डबर्ग ने खुलासा किया था कि हेगसेथ ने एक ग्रुप में हमले की योजना शेयर की थी जिसमें गलती से पत्रकार भी शामिल हो गया था। तब भी रक्षा मंत्री ने खुद को बचाने की कोशिश करते हुए कहा था कि उन्होंने कोई गोपनीय जानकारी साझा नहीं की है।
फिलहाल ट्रंप प्रशासन की तरफ से इस मसले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है मगर इस घटना ने राष्ट्रीय सुरक्षा और आंतरिक प्रक्रियाओं पर बड़ा सवाल जरूर खड़ा कर दिया है। क्या अमेरिका जैसे देश में भी खुफिया जानकारी की सुरक्षा इतनी ढीली है कि एक ग्रुप चैट में युद्ध योजना लीक हो सकती है। इस पूरे मामले पर जांच की मांग उठ रही है और आने वाले दिनों में इससे जुड़े कई नए खुलासे सामने आ सकते हैं।