
Up Kiran, Digital Desk: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद पर सरकार के कड़े रुख को दोहराते हुए विपक्ष पर तीखा हमला बोला है। उनकी टिप्पणी, "सेना ने [आतंकवादियों को] करारा जवाब दिया", पहलगाम जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सुरक्षा बलों की जवाबदेही को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवालों के संदर्भ में आई है।
शाह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जब देश के सुरक्षा बल आतंकवाद से मुकाबला कर रहे होते हैं और निर्णायक कार्रवाई करते हैं, तो उन पर सवाल उठाना गलत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमारी सेना और सुरक्षा बल देश की संप्रभुता और अखंडता सुनिश्चित करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं।
उनकी यह टिप्पणी उस राजनीतिक बहस को रेखांकित करती है जो अक्सर आतंकवाद से निपटने के तरीकों और सुरक्षा बलों की भूमिका को लेकर होती है। अमित शाह ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि जब 'फोर्सेस ने [आतंकवादियों को] मुंहतोड़ जवाब दिया', तो उन्हें अनावश्यक प्रश्न नहीं उठाने चाहिए, बल्कि सेना का समर्थन करना चाहिए और उनके मनोबल को बढ़ाना चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्री का यह बयान भाजपा सरकार की 'जीरो टॉलरेंस' नीति और आतंकवाद के खिलाफ उसके मजबूत संकल्प को दर्शाता है। यह दिखाता है कि सरकार किसी भी कीमत पर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं करेगी और सुरक्षा बलों की हर कार्रवाई का दृढ़ता से समर्थन करेगी।
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