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Up Kiran, Digital Desk: पति द्वारा लगातार मानसिक प्रताड़ना और हथियार से डराने की शिकायत के बाद प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। मामला तब सुर्खियों में आया जब एक पीड़िता ने जिलाधिकारी सविन बंसल से सीधी मुलाकात कर अपनी आपबीती साझा की। महिला ने बताया कि उसके पति द्वारा अक्सर बंदूक दिखाकर डराया जाता है, जिससे वह लंबे समय से मानसिक दबाव में जीवन बिता रही है।

डीएम बंसल ने इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आरोपी के हथियार के लाइसेंस को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और आदेश जारी किया कि संबंधित शस्त्र राज्य सरकार के पक्ष में जब्त कर पुलिस अभिरक्षा में रखा जाए। साथ ही आरोपी को 15 दिनों के भीतर अपना पक्ष रखने का अवसर भी दिया गया है।

यह कदम प्रशासन द्वारा घरेलू हिंसा से जूझ रही महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने और पारिवारिक माहौल में भयमुक्त जीवन सुनिश्चित करने की दिशा में एक स्पष्ट संदेश है। डीएम ने कहा कि सार्वजनिक और पारिवारिक शांति को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय आवश्यक था।

घरेलू कलह में बढ़ती हिंसा: मामूली विवाद पहुंचा पुलिस स्टेशन

एक अन्य मामला भी महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा की चिंता को बढ़ाता है। नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र में रहने वाली ऋताक्षी हूजा ने अपने पति अर्जुन हूजा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। विवाद की शुरुआत उस वक्त हुई जब ऋताक्षी ने अपने पति से बेटे की शर्ट प्रेस करने को कहा, लेकिन गलती से शर्ट जल गई। इस पर दोनों के बीच कहासुनी बढ़ गई, जो जल्द ही गाली-गलौज और मारपीट में बदल गई।

ऋताक्षी का आरोप है कि पति के साथ उसका तलाक का मामला कोर्ट में विचाराधीन है और दोनों एक ही मकान में अलग-अलग हिस्सों में रहते हैं। 17 जुलाई की सुबह हुए इस विवाद ने इस बात को उजागर किया कि तलाक की प्रक्रिया के दौरान एक ही घर में रहना कई बार हिंसा को बढ़ावा दे सकता है। पुलिस ने अर्जुन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच प्रक्रिया जारी है।

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