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Hindu population: भारत को दुनिया हिंदू बहुल देश के रूप में जानती है। यहां मंदिरों की घंटियाँ और मस्जिदों की अज़ान एक साथ गूंजती हैं। यह वही देश है जहां हर धर्म, हर जाति के लोग कंधे से कंधा मिलाकर चलते हैं। संविधान की किताब में लिखा है कि यहाँ हर मजहब को बराबरी का हक है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि आने वाले सालों में भारत का धार्मिक चेहरा कैसा होगा? हाल ही में हुई एक बड़ी रिसर्च ने कुछ चौंकाने वाले अनुमान सामने रखे हैं, जो न सिर्फ भारत बल्कि उसके पड़ोसी देशों की कहानी को भी नई दिशा दे सकते हैं।

प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट "द फ्यूचर ऑफ वर्ल्ड रिलीजन्स" के मुताबिक, साल 2050 तक हिंदू धर्म दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म बन जाएगा। इस दौरान हिंदुओं की वैश्विक आबादी 34% बढ़कर करीब 1.4 अरब तक पहुंचने का अनुमान है। लेकिन भारत में मुस्लिमों का कद बढ़ेगा।

तो वहीं तीन मुस्लिम बहुल देशों में हिंदुओं की आबादी 2050 तक न के बराबर हो सकती है। इन दिशों में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान शामिल है। बता दें कि वर्तमान में इन देशों में हिंदुओं की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। कुल मिलाकर 2050 तक दुनिया का धार्मिक नक्शा पहले जैसा नहीं रहेगा।

नोट- उपरोक्त बातें सामान्य जानकारी पर आधारित है। हमारी टीम इसका समर्थन नहीं करती है।