
एक विशेष एयरलिफ्ट के जरिये 290 भारतीय नागरिक, जो युद्ध प्रभावित ईरान में फंसे थे, सुरक्षित भारत वापस लौटे। दिल्ली हवाई अड्डे पर कदम रखते ही परिवार वालों से मिलकर उनकी आँखें नम हो गईं। “हिंदुस्तान जिंदाबाद” के उद्घोषों के बीच यह दृश्य बेहद भावुक था।
✈️ ऑपरेशन सिंधु की पड़ताल
यह अभियान ‘ऑपरेशन सिंधु’ का हिस्सा था। ईरान से निकाले गए ये नागरिक पहले तुर्कमेनिस्तान के अश्गाबात में ले जाए गए थे और वहां से एक विशेष विमान से दिल्ली लाया गया ।
जैसे ही विमान लैंड हुआ, एयरपोर्ट पर मंत्रिमंडल अधिकारियों और कूटनीतिक टीम ने उनका स्वागत किया।
परिवारों से मिलन
पुन्हः घर लौटा प्रत्येक नागरिक अपने-अपने प्रियजनों से गले मिले। कईयों ने जैसे ही मातृभूमि की मिट्टी छुई, भावुकता अपने चरम पर पहुंच गई—बचपन के दोस्त, बीमार माँ-बाप, बच्चे सभी खुशी खुशी आँसू से भर गए।
सरकार की सक्रियता
इस पूरी प्रक्रिया में भारत सरकार, विदेश मंत्रालय और दूतावासों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सतत समन्वय स्थापित किया। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस मिशन तक भारत-पहुँच का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी की तेज प्रतिक्रिया को दिया।
वैश्विक मानवीय कदम
इसी तरह के कई बचाव अभियान दुनिया भर में हुए—जैसे रूस, इजराइल, यूक्रेन आदि—जहाँ अनेक भारतीय संकट के गर्त से लौटाए गए। देश ने इन घटनाओं से यह साबित किया कि वह बहुपक्षीय चुनौतियों में अपने नागरिकों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
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