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पाकिस्तान ने आगामी एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट में भाग लेने को लेकर चिंता जताई है। यह टूर्नामेंट भारत में होना है, लेकिन पाकिस्तान की हॉकी फेडरेशन (PHF) ने अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) को एक पत्र लिखकर भारत आने को लेकर अपनी परेशानी जाहिर की है।

PHF ने अपने पत्र में कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक संबंध तनावपूर्ण हैं और ऐसे में पाकिस्तान टीम को वीजा मिलने की गारंटी नहीं है। इसी वजह से वे असमंजस में हैं कि टीम को भेजें या नहीं। उन्होंने FIH से इस मामले में दखल देने की अपील की है ताकि खिलाड़ियों को समय पर वीजा मिल सके और वे टूर्नामेंट में हिस्सा ले सकें।

पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन ने यह भी कहा कि अगर खिलाड़ियों को अंतिम समय तक वीजा नहीं मिला, तो यह न केवल टीम की तैयारी को प्रभावित करेगा, बल्कि खिलाड़ियों का मनोबल भी टूटेगा।

भारत की ओर से इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, पहले भी खेल आयोजनों में दोनों देशों के बीच वीजा संबंधित मुद्दे सामने आ चुके हैं, खासकर क्रिकेट और हॉकी जैसे बड़े खेलों में।

FIH ने बताया है कि वह इस विषय को गंभीरता से ले रहा है और जल्द ही दोनों देशों के अधिकारियों से बातचीत कर कोई समाधान निकालने की कोशिश करेगा।

यह टूर्नामेंट एशिया की प्रमुख हॉकी प्रतियोगिताओं में से एक है और इसमें भारत, पाकिस्तान, कोरिया, मलेशिया समेत कई शीर्ष टीमें भाग लेती हैं।

अगर पाकिस्तान टीम टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेती, तो यह टूर्नामेंट की प्रतिष्ठा और प्रतिस्पर्धा को प्रभावित कर सकता है।

 

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