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Up Kiran, Digital Desk: फ्लोरिडा में खेला गया दूसरा टी20 मुकाबला सिर्फ स्कोर या जीत-हार का मामला नहीं था—यह था आत्मविश्वास, लय और नेतृत्व क्षमता का इम्तिहान। वेस्टइंडीज़, जो पहला मैच हारकर उतरी थी, ने अनुभवी ऑलराउंडर जेसन होल्डर की अगुवाई में न सिर्फ पाकिस्तान को पटखनी दी, बल्कि सीरीज़ में भी वापसी का संकेत दे दिया।

पाकिस्तान की लड़खड़ाती शुरुआत और दबाव में पारी

पाकिस्तानी बल्लेबाज़ों की शुरुआत से ही असहजता साफ़ दिखी। टॉप ऑर्डर में सैम अयूब और साहिबज़ादा फरहान जैसी युवा जोड़ी सस्ते में निपट गई। मिडिल ऑर्डर में भी स्थिरता का अभाव दिखा। केवल हसन नवाज़ ने कुछ देर संघर्ष करते हुए 40 रन बनाए, पर टीम 133 के मामूली स्कोर पर सिमट गई।

होल्डर का कहर: गेंद से रच दिया इतिहास

इस मैच में वेस्टइंडीज़ के लिए असली अंतर बनाया जेसन होल्डर ने, जिन्होंने न सिर्फ 4 विकेट चटकाए, बल्कि रन भी मात्र 19 ही खर्च किए। इस प्रदर्शन के साथ ही वह वेस्टइंडीज़ के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ भी बन गए—एक बड़ी उपलब्धि, जो टीम के मनोबल को नई ऊर्जा देती है।

संघर्ष के बावजूद लक्ष्य तक पहुँची वेस्टइंडीज़

हालांकि वेस्टइंडीज़ की बल्लेबाज़ी भी पूरी तरह से सहज नहीं रही। शुरुआत में ही एलिक अथानाज़े और ज्वेल एंड्रयू आउट होकर पवेलियन लौटे। कप्तान शाई होप और गुडाकेश मोटी ने पारी को थोड़ा संभाला, लेकिन जीत की राह आसान नहीं थी।

आख़िर में फिर वही नाम सामने आया—जेसन होल्डर, जिन्होंने 10 गेंदों में 16 रन बनाकर नाबाद रहते हुए न सिर्फ मुकाबला समाप्त किया बल्कि यह भी दिखाया कि एक सच्चा ऑलराउंडर टीम को कैसे संकट से उबारता है।

पाकिस्तानी गेंदबाज़ों की कोशिश नाकाम

मोहम्मद नवाज़ ने जरूर 3 विकेट लेकर पाकिस्तान को कुछ उम्मीद दी, और शाहीन अफरीदी समेत अन्य गेंदबाज़ों ने भी प्रयास किया, लेकिन लक्ष्य छोटा था और विपक्ष में जुझारूपन ज़्यादा।

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