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Up Kiran, Digital Desk: झारखंड की राजधानी रांची में ज़िला प्रशासन ने एक बेहद ज़रूरी कदम उठाया है। शीत ऋतु में अक्सर घने कोहरे और मौसम की ख़राबी के कारण हवाई उड़ानें रद्द होती हैं या विलंबित हो जाती हैं। ऐसे में हवाई यात्रियों को अनावश्यक परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए रांची के सभी होटल लॉज और गेस्ट हाउस संचालकों को सख्त दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।

विमानपत्तन प्राधिकरण की चेतावनी और शिकायतें

बिरसा मुंडा हवाई अड्डे रांची स्थित भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने बताया है कि दिसंबर और जनवरी का महीना बेहद चुनौती भरा होता है। उत्तर भारत की तरफ से आने जाने वाली उड़ानों में कोहरे के चलते बार बार रुकावट आती है। ऐसी स्थिति में बड़ी संख्या में यात्री मजबूरन होटलों में रुकने के लिए विवश होते हैं।

प्रशासन को लगातार यह शिकायत मिल रही थी कि कुछ जगहों पर होटल मालिक इस आपात स्थिति का बेजा फ़ायदा उठाते हैं। वे सामान्य किराए से कई गुना ज़्यादा मनमाना शुल्क वसूलने लगते हैं। यह व्यवहार यात्रियों के हित में नहीं है।

प्रशासन का सख़्त रुख़: मनमानी किराया वृद्धि बर्दाश्त नहीं

रांची ज़िला प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि किसी भी प्रकार की आपदा आपातकाल या हवाई सेवाओं में बाधा की स्थिति में किराए में बढ़ोतरी करना पूरी तरह अनुचित है। यात्रियों से उनकी निर्धारित और सामान्य दर से ज़्यादा पैसे लेना उपभोक्ता हितों के ख़िलाफ़ है।

ज़िलाधिकारी ने रांची के सभी होटल संचालकों को निर्देश दिया है कि उड़ान रद्द या लेट होने की दशा में वे कमरों के किराए में किसी भी प्रकार की मनमानी वृद्धि नहीं करेंगे।

यात्रियों के लिए सुनिश्चित करनी होगी सुविधाएं

निर्देशों में साफ़ कहा गया है कि होटल संचालकों को यात्रियों को कमरे पहले से तय या सामान्य दरों पर ही उपलब्ध कराने होंगे। इसके अलावा यात्रियों के साथ सहयोग भरा और मानवीय व्यवहार किया जाए। उन्हें किसी भी तरह का अतिरिक्त या छिपा हुआ शुल्क (hidden charge) लेने से बचना होगा।