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Up Kiran, Digital Desk: यमन के हूती विद्रोहियों ने इज़राइल के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, तेल अवीव के बेन गुरियन एयरपोर्ट पर मिसाइल से हमला किया है। चिंता की बात यह है कि यह मिसाइल एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 से महज़ 75 मीटर की दूरी पर गिरी।

खबरों के मुताबिक, मिसाइल इज़राइल की बेहद मजबूत मानी जाने वाली हवाई सुरक्षा प्रणाली (एयर डिफेंस सिस्टम) की कई परतों (कथित तौर पर चार) को भेदने में कामयाब रही और रनवे से कुछ ही दूरी पर ज़मीन से टकराई। जहां मिसाइल गिरी, वहां करीब 25 मीटर गहरा एक बड़ा गड्ढा बन गया।

एयरपोर्ट पर मचा हड़कंप

इज़राइली रक्षा बलों (IDF) ने माना कि उन्होंने मिसाइल को रोकने की कोशिश की, लेकिन वे नाकाम रहे। मिसाइल के गिरते ही आसपास धुएं का घना गुबार छा गया। गनीमत रही कि मिसाइल सीधे टर्मिनल की इमारत पर नहीं गिरी, लेकिन इस घटना से वहां मौजूद यात्रियों में अफरा-तफरी और डर का माहौल बन गया। इज़राइल की आपातकालीन सेवा 'मैगन डेविड एडोम' (MDA) के मुताबिक, हमले में कम से कम आठ लोग घायल हुए हैं।

सेना ने हमले के बाद का एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें अधिकारी एक बगीचे जैसे इलाके में बने गड्ढे के पास खड़े दिख रहे हैं, और पीछे एयरपोर्ट का कंट्रोल टावर नज़र आ रहा है। वीडियो में एक पुलिस अधिकारी यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि गड्ढा कई दर्जन मीटर चौड़ा और गहरा है। अधिकारियों ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि इज़राइल का एयर डिफेंस सिस्टम कैसे नाकाम हुआ और मिसाइल देश के इतने संवेदनशील इलाके के पास कैसे गिर गई।

आयरन डोम भी हुआ फेल?

इज़राइल के पास मिसाइलों और ड्रोनों से निपटने के लिए एक बहुत मजबूत हवाई रक्षा प्रणाली है, जिसे 'आयरन डोम' (Iron Dome) के नाम से जाना जाता है। इसे कम दूरी के रॉकेट, गोले और मोर्टार (4 किमी से 70 किमी रेंज) को हवा में ही नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस मिसाइल का आयरन डोम समेत कई सुरक्षा घेरों को पार कर जाना एक बड़ी सुरक्षा चूक मानी जा रही है।

इज़राइल की कड़ी चेतावनी

इस मिसाइल हमले के बाद, इज़राइली रक्षा मंत्री इज़राइल कैट्ज ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा: "जो कोई भी हमें नुकसान पहुंचाएगा, हम उस पर सात गुना हमला करेंगे।"

हालांकि, अभी तक, हूती विद्रोहियों के लगातार हमलों के बावजूद इज़राइल ने सीधे यमन पर जवाबी कार्रवाई करने से परहेज़ किया है। माना जा रहा है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि अमेरिका पहले से ही ईरान समर्थित इस हूती समूह के खिलाफ एक बड़ा सैन्य अभियान चला रहा है। दूसरी ओर, हूती नेताओं ने इस हमले को अपनी लंबी दूरी तक मार करने की क्षमता का प्रदर्शन बताया है।

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