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Up Kiran, Digital Desk: जापान में रहने वाले भारतीय समुदाय ने हिरोशिमा शांति स्मारक पर इकट्ठा होकर परमाणु बम हमले के पीड़ितों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस गंभीर मौके पर, उन्होंने वैश्विक शांति और निरस्त्रीकरण को बढ़ावा देने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका की जमकर सराहना की।

एक शांत और सम्मानजनक समारोह में, भारतीय समुदाय के सदस्यों ने स्मारक पर फूल चढ़ाए और हमले में जान गंवाने वाले हजारों लोगों की याद में कुछ पल का मौन रखा। यह कार्यक्रम न केवल पीड़ितों को याद करने का एक अवसर था, बल्कि शांति के प्रति भारत की सदियों पुरानी प्रतिबद्धता को दोहराने का भी एक मंच बना।

पीएम मोदी को बताया 'शांति का दूत'

वहां मौजूद लोगों ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे पीएम मोदी ने G20 जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर शांति और संवाद की वकालत की है। उन्होंने पीएम मोदी के प्रसिद्ध बयान "यह युद्ध का युग नहीं है" को याद करते हुए कहा कि यह आज की अशांत दुनिया में एक शक्तिशाली और जरूरी संदेश है। समुदाय के सदस्यों का मानना है कि पीएम मोदी का नेतृत्व भारत की "वसुधैव कुटुंबकम" (पूरी दुनिया एक परिवार है) की प्राचीन विचारधारा को आगे बढ़ाता है।

एक प्रतिभागी ने कहा, "जब दुनिया कई संघर्षों से जूझ रही है, तब भारत पीएम मोदी के नेतृत्व में एक स्थिर और समझदार आवाज के रूप में उभरा है। हमें गर्व है कि हमारा देश शांति के रास्ते पर दुनिया का मार्गदर्शन कर रहा है।"

यह श्रद्धांजलि कार्यक्रम भारत के उस गहरे विश्वास को दर्शाता है कि बातचीत और आपसी सम्मान के जरिए ही एक स्थायी और शांतिपूर्ण दुनिया का निर्माण किया जा सकता है। जापान में भारतीय समुदाय ने इस आयोजन के माध्यम से दुनिया को यह संदेश दिया कि हिरोशिमा की त्रासदी को कभी नहीं भूलना चाहिए और शांति स्थापना के लिए हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए।