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Up Kiran, Digital Desk: दशकों से भारत के हज़ारों मेधावी छात्रों के लिए 'अमेरिकन ड्रीम' का मतलब रहा है - अमेरिका की किसी बड़ी यूनिवर्सिटी से डिग्री लेना और फिर वहीं एक अच्छी नौकरी हासिल करना. लेकिन अब, यह सपना धुंधला होता जा रहा है. अमेरिका में वीज़ा और काम को लेकर बदलते और सख़्त होते नियमों ने वहां पढ़ रहे लाखों भारतीय छात्रों और उनके परिवारों को एक गहरी चिंता में डाल दिया है.

क्यों बढ़ गई है यह अनिश्चितता: जो छात्र अपनी पढ़ाई पूरी करने वाले हैं, वे अब अपने भविष्य को लेकर सबसे ज़्यादा डरे हुए हैं. इसकी मुख्य वजहें हैं:

पढ़ाई के बाद नौकरी के घटते अवसर.

वीज़ा नियमों का पहले से कहीं ज़्यादा सख़्त हो जाना.

बेहद महंगी होती पढ़ाई और उस पर लिए गए भारी लोन का बोझ.

H-1B वीज़ा का नया नियम बना सबसे बड़ी चुनौती

अमेरिका में पढ़ाई के बाद काम करने के लिए भारतीय छात्रों के लिए सबसे ज़रूरी होता है H-1B वीज़ा. यह एक वर्क वीज़ा है, जिसके लिए लॉटरी सिस्टम से चुनाव होता है. हाल ही में, अमेरिकी सरकार ने इस लॉटरी सिस्टम में एक बड़ा बदलाव किया है, जिसने भारतीय छात्रों की उम्मीदों को बड़ा झटका दिया है.

पुराना नियम: पहले एक छात्र कई कंपनियों के ज़रिए H-1B वीज़ा के लिए अप्लाई कर सकता था. इससे लॉटरी में उसके चुने जाने की संभावना बढ़ जाती थी.

नया नियम: अब, एक व्यक्ति सिर्फ़ एक ही बार अप्लाई कर सकता है, चाहे वह कितनी भी कंपनियों से आवेदन करे.

इस नए नियम से लॉटरी में चुने जाने की संभावना काफ़ी कम हो गई है. कई छात्र, जो बड़ी उम्मीदों के साथ अमेरिका गए थे, अब इस डर में हैं कि अगर उन्हें H-1B वीज़ा नहीं मिला, तो उन्हें अपनी डिग्री लेकर भारत लौटना पड़ेगा.

बढ़ती महंगाई और घटते अवसर

एक तरफ अमेरिका में पढ़ाई का ख़र्च लगातार बढ़ रहा है. ज़्यादातर छात्र और उनके परिवार लाखों रुपये का एजुकेशन लोन लेकर यह सपना पूरा करते हैं. वहीं, दूसरी तरफ बड़ी अमेरिकी कंपनियों ने हायरिंग कम कर दी है. इससे भारतीय छात्रों के लिए नौकरी ढूंढना और भी मुश्किल हो गया है.

यह स्थिति उन छात्रों के लिए 'करें तो क्या करें' वाली हो गई है. उन्होंने पैसा, समय और अपनी सारी ऊर्जा अमेरिका में एक बेहतर भविष्य बनाने के लिए लगा दी, लेकिन अब वहां का बदलता माहौल उनके सपनों के आड़े आ रहा है.

अब छात्रों और उनके परिवारों को अमेरिका में पढ़ाई का फैसला लेने से पहले इन सभी चुनौतियों के बारे में ज़्यादा गहराई से सोचना होगा.