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नई दिल्ली: दांतों में कैविटी यानी सड़न और उससे होने वाला तेज दर्द आजकल आम समस्या बनती जा रही है। गलत खानपान, मीठे का अधिक सेवन और मौखिक स्वच्छता की अनदेखी इसके मुख्य कारण हैं। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह न केवल असहनीय दर्द देती है, बल्कि दांत निकालने की नौबत भी आ सकती है। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि दांतों की सड़न को रोका और ठीक कैसे किया जा सकता है।

कैविटी का प्रारंभिक लक्षण:
– ठंडा या गर्म खाने पर दांतों में संवेदनशीलता
– जबड़े या दांतों में लगातार दर्द
– खाना चबाने में परेशानी
– दांतों पर काले या भूरे निशान

घरेलू उपाय जो ला सकते हैं राहत:

1. लौंग का तेल: इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। रूई में लौंग का तेल लगाकर प्रभावित जगह पर रखें, दर्द में आराम मिलेगा।


2. नमक और सरसों का तेल: इनका मिश्रण मसूड़ों पर मलने से कैविटी के शुरुआती लक्षणों में राहत मिलती है।


3. गुनगुना पानी और नमक: दिन में दो बार इससे कुल्ला करने से मुंह के बैक्टीरिया कम होते हैं।


4. नीम की दातून: इसमें प्राकृतिक एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो दांतों की सफाई के साथ कीटाणु भी मारते हैं।

 

मेडिकल समाधान:
अगर कैविटी गहरी हो चुकी है, तो घरेलू उपाय पर्याप्त नहीं होते। ऐसे में दंत चिकित्सक से मिलना आवश्यक है।
– फिलिंग (Filling): शुरुआती कैविटी में दांत को साफ करके उसमें भराव किया जाता है।
– रूट कनाल ट्रीटमेंट (RCT): जब संक्रमण जड़ तक पहुंच जाए, तो RCT से दांत को बचाया जा सकता है।
– क्राउन या कैप: क्षतिग्रस्त दांत को मजबूती देने के लिए कैप लगाई जाती है।

कैसे रखें दांतों का ध्यान:
– दिन में दो बार ब्रश करें
– मीठा खाने के बाद कुल्ला करें
– हर छह महीने में दांतों की जांच कराएं

निष्कर्ष:
दांतों की कैविटी को नजरअंदाज करना नुकसानदायक हो सकता है। समय पर सही उपाय और उपचार से दांतों को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है। घरेलू नुस्खे जहां शुरुआती राहत देते हैं, वहीं मेडिकल सलाह से स्थायी समाधान संभव है।
 

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