Up Kiran, Digital Desk: धनतेरस का त्योहार आते ही हमारे घरों में एक चीज की चर्चा सबसे आम हो जाती है - सोना खरीदना! पीढ़ियों से, धनतेरस पर सोना खरीदना सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि सौभाग्य और समृद्धि को घर लाने का एक अटूट रिवाज रहा है. हमारी दादी-नानी मानती थीं कि इस दिन खरीदा गया सोना पूरे साल घर में बरकत लाता है.
लेकिन आज का दौर बदल गया है. आज की पढ़ी-लिखी और समझदार पीढ़ी सोना सिर्फ शगुन या परंपरा के लिए नहीं खरीदती, बल्कि इसे एक स्मार्ट निवेश (Smart Investment) के रूप में भी देखती है. तो इस धनतेरस, जब आप सोना खरीदने निकलें, तो क्या आपको इसे सिर्फ एक परंपरा की तरह देखना चाहिए या एक ठोस निवेश की तरह? आइए, इन दोनों पहलुओं को समझते हैं.
सोना: एक परंपरा जो दिल से जुड़ी है
धनतेरस पर सोना खरीदने के पीछे हमारी भावनाएं जुड़ी होती हैं.
पारिवारिक विरासत: धनतेरस पर खरीदे गए गहने अक्सर पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे बढ़ते हैं. वह सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि परिवार की यादें और आशीर्वाद का प्रतीक बन जाते हैं.
शादी और त्योहारों की रौनक: सोना भारतीय शादियों और त्योहारों का एक अहम हिस्सा है. धनतेरस पर खरीदा गया सोना इन्हीं खास मौकों पर काम आता है और हमारी खुशियों को दोगुना कर देता है.
परंपरा के तौर पर खरीदा गया सोना अक्सर हमारे इमोशन्स और रीति-रिवाजों से जुड़ा होता है, जहां हम उसकी कीमत से ज्यादा उसके शगुन को महत्व देते हैं.
सोना: एक निवेश जो दिमाग से जुड़ा है
वहीं दूसरी तरफ, सोना एक बेहतरीन निवेश का विकल्प भी है, खासकर आज के अनिश्चित आर्थिक समय में.
मुश्किल समय का साथी: सोना एक 'लिक्विड एसेट' है, यानी आप इसे जरूरत पड़ने पर दुनिया के किसी भी कोने में आसानी से बेचकर तुरंत कैश ले सकते हैं. यह बुरे वक्त में आपके परिवार के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह काम करता है.
पोर्टफोलियो को बनाता है मजबूत: समझदार निवेशक हमेशा अपने पोर्टफोलियो (निवेश की लिस्ट) में कुछ हिस्सा सोने का रखते हैं. जब शेयर बाजार गिरता है, तब अक्सर सोने की कीमत बढ़ती है, जिससे आपके कुल निवेश में संतुलन बना रहता है.
डिजिटल गोल्ड का नया जमाना: आज आपको सोना खरीदने के लिए दुकान जाने की भी जरूरत नहीं है. आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) या गोल्ड ETF जैसे विकल्पों के जरिए डिजिटल रूप में भी सोना खरीद सकते हैं. इसमें चोरी का डर नहीं होता और आपको मेकिंग चार्ज भी नहीं देना पड़ता.
तो इस धनतेरस क्या करें: इस धनतेरस पर जब आप सोना खरीदें, तो इन दोनों बातों के बीच एक संतुलन बनाएं.
लेकिन अगर आप इसे निवेश के तौर पर देख रहे हैं, तो गहनों की बजाय गोल्ड कॉइन, गोल्ड बार या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करना ज्यादा फायदेमंद है, क्योंकि इसमें आपको मेकिंग चार्ज नहीं देना पड़ता और बेचते समय पूरी कीमत मिलती है.
सोना सिर्फ एक चमकने वाली धातु नहीं है, यह परंपरा और भविष्य की सुरक्षा का एक खूबसूरत संगम है. तो इस धनतेरस, दिल और दिमाग दोनों की सुनें और एक ऐसा फैसला लें जो आपके घर में खुशियां भी लाए और आपकी मेहनत की कमाई को सुरक्षित भी रखे.
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