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Up Kiran, Digital Desk: इंडिगो का हवाई संकट थमने का नाम नहीं ले रहा। मंगलवार को भी देशभर में सैकड़ों उड़ानें रद्द कर दी गईं। दिल्ली एयरपोर्ट पर 13, अहमदाबाद में 16, बेंगलुरु और हैदराबाद से मिलाकर करीब 180 फ्लाइट्स कैंसिल। यात्रियों की हालत खराब। इसी बीच बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ-साफ चेतावनी दे दी – “कानून जनता को तंग करने के लिए नहीं बने हैं!”

कोई नियम ऐसा नहीं होना चाहिए जो आम आदमी को रुलाए- PM मोदी

केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने बैठक के बाद खास पल बताए। बोले, “प्रधानमंत्री जी ने सांसदों और मंत्रियों को सख्त हिदायत दी कि सुधार सिर्फ कागजों पर नहीं, लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी में दिखने चाहिए। भारत का हर नागरिक नागरिक को सरकारी सिस्टम से दिक्कत नहीं होनी चाहिए।”  

पीएम ने जोर देकर कहा कि अच्छे कानून बनाने का मतलब यह नहीं कि अफसर उसका इस्तेमाल लोगों को परेशान करने के हथियार की तरह करें। तीसरे कार्यकाल में तेज रफ्तार से काम करना है लेकिन जनता की तकलीफ की कीमत पर नहीं।

इंडिगो संकट पर सरकार सख्त, स्लॉट कटौती पक्की!

इंडिगो की मुसीबतें बढ़ने वाली हैं। नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने साफ कह दिया – “इंडिगो के स्लॉट में जरूर कटौती होगी।” कुछ रूटों की उड़ानें अब एयर इंडिया, अकासा और स्पाइसजेट जैसी दूसरी कंपनियों को मिल सकती हैं।  

दरअसल इंडिगो रोजाना 2200 से ज्यादा उड़ानें चलाती है। 90 से अधिक घरेलू और 40 से ज्यादा विदेशी शहरों को जोड़ती है। इतनी बड़ी कंपनी का अचानक ब्रेकडाउन पूरे हवाई यात्रा सिस्टम को हिला रहा है।

यात्रियों का गुस्सा सातवें आसमान पर

दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद – हर बड़े एयरपोर्ट पर लोग घंटों इंतजार करते रहे। टिकट कैंसिल, होटल बुकिंग बर्बाद, ऑफिस मीटिंग मिस – नुकसान किसी का लाखों में तो किसी का करोड़ों में। सोशल मीडिया पर IndigoCrisis ट्रेंड कर रहा है। लोग पूछ रहे हैं – आखिर कब तक ये सिलसिला चलेगा?