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Up Kiran, Digital Desk: हैदराबाद सिटी पुलिस ने मानव तस्करी के संगठित अपराध के खिलाफ अपनी जंग तेज कर दी है। पुलिस कमिश्नर कोठाकोटा श्रीनिवास रेड्डी के नेतृत्व में, एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) तस्करों पर नकेल कस रही है और पीड़ितों को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चला रही है।

इस साल के पहले छह महीनों (जनवरी से जून 2024) के आंकड़ों से इस कार्रवाई की गंभीरता का पता चलता है। पुलिस ने कुल 360 पीड़ितों को बचाया है, जिनमें 264 महिलाएं और 96 पुरुष शामिल हैं। इस दौरान 90 मामले दर्ज किए गए और 213 आयोजकों व तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि उनकी रणनीति सिर्फ तस्करों को पकड़ना नहीं, बल्कि "पीड़ित-केंद्रित दृष्टिकोण" अपनाना है। बचाए गए लोगों को तुरंत आश्रय, चिकित्सा सहायता, कानूनी सलाह और मनोवैज्ञानिक परामर्श दिया जा रहा है। साथ ही, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) और अन्य सरकारी विभागों के सहयोग से कौशल विकास प्रशिक्षण भी प्रदान किया जा रहा है।

यह कार्रवाई शहर के वेश्यालयों, स्पा, मसाज पार्लर और पबों पर केंद्रित है, जो अक्सर इस अपराध के केंद्र होते हैं। पुलिस ने बार-बार इस अपराध में शामिल होने वाले सरगनाओं के खिलाफ सख्त निवारक निरोध (PD) अधिनियम लागू करना भी शुरू कर दिया है, ताकि वे आसानी से जमानत पर बाहर न आ सकें। 

पुलिस का यह अभियान मानव तस्करी के नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म करने और हैदराबाद को एक सुरक्षित शहर बनाने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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