
चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का आईपीएल 2025 सीजन अब तक किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा है। टीम का प्रदर्शन उम्मीद से बहुत नीचे रहा है और हर रणनीति विफल होती नजर आ रही है। ताजा मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने CSK को 8 विकेट से करारी शिकस्त दी। इस मैच में चेन्नई के बल्लेबाज नाकाम साबित हुए और पूरी टीम महज 103 रन पर सिमट गई। इसके बाद गेंदबाजों ने भी कोई खास प्रभाव नहीं डाला और केकेआर ने बिना ज्यादा मुश्किल के लक्ष्य हासिल कर लिया।
बल्लेबाजों की नाकामी बन रही CSK की सबसे बड़ी कमजोरी
IPL 2025 में चेन्नई के बल्लेबाज रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। खासकर कप्तान रुतुराज गायकवाड़ की गैरमौजूदगी में टीम की बैटिंग लाइनअप पूरी तरह कमजोर नजर आ रही है। उनकी जगह खेलने वाले राहुल त्रिपाठी भी अब तक खुद को साबित नहीं कर पाए हैं। टीम का हाल यह है कि इस सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप-10 बल्लेबाजों में कोई भी चेन्नई का खिलाड़ी शामिल नहीं है।
यह तथ्य टीम की खराब बल्लेबाजी की स्थिति को बखूबी दर्शाता है और यही वजह है कि CSK बड़े स्कोर खड़ा करने में नाकाम रही है।
पावरप्ले में भी नहीं दिखा दम, सिर्फ तीन छक्के लगे
टी20 क्रिकेट में पावरप्ले के ओवरों में तेजी से रन बनाने की अहमियत होती है, लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स के बल्लेबाज इस अवसर को भी भुना नहीं पा रहे हैं। पूरे सीजन में टीम ने अब तक पावरप्ले में केवल तीन छक्के लगाए हैं। यह आंकड़ा इस बात का साफ इशारा है कि बल्लेबाज शुरुआत से ही दबाव में खेल रहे हैं।
दूसरी ओर, कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान अजिंक्य रहाणे अकेले ही अब तक पावरप्ले में 10 छक्के जमा चुके हैं। ये तुलना ही बता देती है कि चेन्नई के बल्लेबाज कहां पिछड़ रहे हैं।
लगातार पांच हार से टूटा रिकॉर्ड और आत्मविश्वास
सीजन की शुरुआत में चेन्नई सुपर किंग्स ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ चार विकेट से जीत दर्ज कर उम्मीद जगाई थी, लेकिन इसके बाद टीम पूरी तरह लड़खड़ा गई। उसके बाद लगातार पांच मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा है। आईपीएल इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब चेन्नई की टीम लगातार पांच मैच हारी है।
वर्तमान में CSK के केवल दो अंक हैं और उसका नेट रन रेट -1.554 है, जो टीम के संकट की स्थिति को और गहरा करता है। प्वाइंट्स टेबल में चेन्नई नौवें स्थान पर है और इस प्रदर्शन के आधार पर प्लेऑफ की उम्मीद अब लगभग नामुमकिन जैसी लग रही है।
आगे क्या है विकल्प?
अगर चेन्नई सुपर किंग्स को टूर्नामेंट में वापसी करनी है तो उसे अपने बल्लेबाजी क्रम में जल्द सुधार करना होगा। कप्तान को वापस मैदान पर लाना, शीर्ष क्रम में आक्रामक बदलाव और बेंच पर बैठे अनुभवशाली खिलाड़ियों को मौका देना शायद कुछ राहत ला सकता है।
टीम को न सिर्फ रणनीति बदलनी होगी, बल्कि खिलाड़ियों का आत्मविश्वास भी दोबारा जगाना होगा, क्योंकि जब तक मनोबल नहीं उठेगा, तब तक मैदान पर प्रदर्शन में बदलाव आना मुश्किल है। अब देखना ये होगा कि महेंद्र सिंह धोनी और टीम मैनेजमेंट इस संकट से उबरने के लिए क्या नया कदम उठाते हैं।