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Iran vs Israel: डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के प्रमुख उम्मीदवार ने हाल ही में ईरान के संबंध में एक हैरान करने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि वे ईरान के प्रति कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं रखते, लेकिन ईरान को परमाणु शक्तियों में वृद्धि करने की अनुमति नहीं देंगे। ट्रंप का यह बयान फॉक्स न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में आया, जहां उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ईरान परमाणु हथियार बनाने में सफल होता है, तो इसका परिणाम इजराइल के लिए विनाशकारी हो सकता है। इजराइल मिट्टी में मिल जाएगा, अगर ईरान परमाणु हथियार बनाने में कामयाब रहा।

ट्रंप ने राष्ट्रपति जो बाइडेन की ईरान नीति की आलोचना की, ये कहते हुए कि उनकी नरम नीति ने ईरान को अमेरिकी आर्थिक प्रतिबंधों से बचने का अवसर दिया है। रिपब्लिकन नेताओं का ये तर्क है कि बाइडेन प्रशासन की उदारता ने ईरान को हमास जैसे संगठनों को हथियार मुहैया कराने में सक्षम बनाया, जिससे इजराइल पर 7 अक्टूबर (2023) को हुए हमले को बढ़ावा मिला।

बता दें कि ट्रंप ने 2018 में ईरान के साथ 2015 JCPOA न्यूक्लियर डील को तोड़कर अमेरिका को बाहर कर लिया था। उन्होंने इसे एक 'खराब सौदा' बताया था, जो ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम और मध्य पूर्व में उसकी घातक गतिविधियों को रोकने में असफल रहा। इस समझौते को तोड़ने के बाद, ट्रंप ने ईरान पर कई नए आर्थिक प्रतिबंध लगाए।

अपने कार्यकाल को याद करते हुए ट्रंप ने कहा कि चार साल पहले ईरान आर्थिक रूप से कमजोर था और उसके पास खूंखार संगठनों को समर्थन देने के लिए पैसे की कमी थी। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि वर्तमान में ईरान के पास 300 बिलियन डॉलर हैं, जो कि पिछले आंकड़ों से काफी अधिक है। हालांकि, ये सच है कि ईरान ने हाल के वर्षों में अपने तेल निर्यात में वृद्धि की है।
 

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