img

Up kiran,Digital Desk : कमजोरी, थकान, हाथ-पैर में झनझनाहट... इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए अगर आप भी डॉक्टर की सलाह पर विटामिन B12 की गोली खा रहे हैं, तो आपने एक बात ज़रूर नोटिस की होगी। सप्लीमेंट लेने के कुछ देर बाद, आपकी पेशाब (यूरिन) का रंग बिल्कुल बदल जाता है - कभी चटक पीला, कभी चमकीला नियॉन, तो कभी हल्का हरा!  यह बदलाव देखकर कई लोग घबरा जाते हैं। उन्हें लगता है कहीं यह किसी नई बीमारी का संकेत तो नहीं? तो चलिए, आज इस 'रंगीन' पहेली को सुलझाते हैं और जानते हैं कि आखिर ऐसा होता क्यों है।

सबसे पहले, यह ख़ुशख़बरी है, बुरी नहीं!

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पेशाब के रंग में यह बदलाव घबराने वाली बात बिल्कुल नहीं है। बल्कि, यह इस बात का सबूत है कि सप्लीमेंट अपना काम कर रहा है और आपका शरीर बहुत समझदारी से उसे इस्तेमाल कर रहा है।

तो आखिर यह होता क्यों है? समझिए शरीर का ‘स्मार्ट सिस्टम’

  1. Fat-Soluble (फैट-सॉल्युबल): ये वो विटामिन हैं (जैसे A, D, E, K), जिन्हें हमारा शरीर ज़रूरत पड़ने पर अपने अंदर स्टोर करके रख लेता है।
  2. Water-Soluble (वॉटर-सॉल्युबल): और दूसरे होते हैं विटामिन B कॉम्प्लेक्स और C, जो पानी में घुल जाते हैं। हमारा शरीर इन विटामिन्स को स्टोर नहीं करता।

विटामिन B12 इसी दूसरी कैटेगरी में आता है। यह एक वॉटर-सॉल्युबल विटामिन है।

अब होता क्या है, इसे आसान भाषा में समझिए:

  • जब आप B12 का सप्लीमेंट लेते हैं, तो आपका शरीर उसमें से उतना ही विटामिन सोख लेता है, जितनी उसे उस वक्त ज़रूरत होती है।
  • अब जो फालतू (Extra) विटामिन बच गया, उसे शरीर अपने अंदर रखकर कोई बोझ नहीं बनाना चाहता।
  • तो, आपका स्मार्ट शरीर उस बचे हुए अतिरिक्त विटामिन को पानी में घोलकर, **पेशा
  • ेशाब के रास्ते बाहर निकाल देता** है।

विटामिन B, खासकर B2 (राइबोफ्लेविन), में एक प्राकृतिक पीला-हरा रंग होता है। जब यह अतिरिक्त विटामिन पेशाब के साथ बाहर निकलता है, तो वह पेशाब को भी अपना 'रंग' दे देता है। इसीलिए आपको पेशाब चमकीला पीला या हरा दिखाई देता है।

रंग के अलावा, और क्या बदलाव महसूस हो सकते हैं?

  1. हल्की गंध (Smell): कभी-कभी आपको पेशाब में विटामिन जैसी हल्की सी गंध भी महसूस हो सकती है। यह भी पूरी तरह से नॉर्मल है।
  2. पेशाब ज़्यादा आना: कुछ लोगों को सप्लीमेंट शुरू करने पर हल्का सा ज़्यादा पेशाब आ सकता है, जो कुछ दिनों में खुद ही ठीक हो जाता है।
  3. कभी-कभी हल्का झाग (Foam): बहुत कम मामलों में, अगर आप भी ले रहे हैं तो हल्का सा झाग दिख सकता है। लेकिन अगर झाग लगातार बना रहे तो डॉक्टर को ज़रूर बताएं, क्योंकि यह किडनी की परेशानी का भी इशारा हो सकता है।