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Up kiran,Digital Desk : सर्दियों का मौसम आते ही नई माँओं का सबसे बड़ा सवाल यही होता है - "बच्चे को नहलाएं या नहीं?"। डर लगना भी जायज़ है, क्योंकि जरा सी लापरवाही से बच्चे को सर्दी-जुकाम पकड़ सकता है।

लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप बच्चे को नहलाएं ही नहीं। बस कुछ छोटी-छोटी और जरूरी बातों का ध्यान रखकर आप अपने लाडले को सुरक्षित तरीके से नहला भी सकती हैं और उसे इन्फेक्शन से भी बचा सकती हैं। तो चलिए, जानते हैं वो आसान तरीके क्या हैं।

1. पानी ना ज़्यादा गर्म, ना ठंडा

सबसे पहली और ज़रूरी बात है पानी का तापमान। पानी हमेशा गुनगुना होना चाहिए, उतना गर्म जितना बच्चे की नाजुक त्वचा आराम से सह सके। पानी को हमेशा बाल्टी में डालने के बाद अपनी कलाई या कोहनी से चेक करें। अगर आपको सही लग रहा है, तभी बच्चे को नहलाएं।

2. नहाने का सही समय

कोशिश करें कि बच्चे को हमेशा दोपहर के समय (12 से 2 बजे के बीच) नहलाएं। इस समय मौसम थोड़ा गर्म होता है और हल्की धूप भी रहती है, जिससे बच्चे को ठंड लगने का खतरा कम हो जाता है। सुबह-सुबह या शाम को नहलाने की गलती बिल्कुल न करें।

3. कमरे को पहले से तैयार रखें

बच्चे को नहलाने ले जाने से पहले ही सारी तैयारी कर लें। कमरे के दरवाजे और खिड़कियां बंद कर दें ताकि ठंडी हवा अंदर न आए। हो सके तो कमरे में हीटर चलाकर उसे थोड़ा गर्म कर लें। बच्चे के तौलिये, कपड़े, डाइपर और तेल-लोशन सब कुछ अपने पास रखें।

4. नहाने के बाद बिल्कुल देरी नहीं

सर्दियों में बच्चे को पानी में ज़्यादा देर तक न रखें। फटाफट नहलाकर उसे तुरंत मोटे और मुलायम तौलिये में लपेट लें। बच्चे के शरीर, खासकर सिर, कान और छाती को अच्छी तरह पोछें ताकि कहीं भी पानी न रह जाए। इसके बाद बिना देरी किए उसे गर्म कपड़े पहना दें।

5. गुनगुने तेल की मालिश है बहुत ज़रूरी

नहाने के बाद बच्चे के शरीर में हल्की गर्माहट बनाए रखने और त्वचा को रूखेपन से बचाने के लिए गुनगुने तेल से मालिश करना एक बहुत अच्छा उपाय है। हल्के गर्म सरसों या बादाम के तेल से  हाथों से बच्चे की मालिश करें। इससे बच्चे को आराम भी मिलेगा और उसकी हड्डियां भी मजबूत होंगी।

क्या रोज़ नहलाना ज़रूरी है?

बिल्कुल नहीं! अगर ठंड बहुत ज़्यादा है या मौसम खराब है, तो आप एक-दो दिन छोड़कर भी बच्चे को नहला सकती हैं। जिस दिन न नहलाएं, उस दिन एक मुलायम कपड़े को गुनगुने पानी में भिगोकर और निचोड़कर बच्चे का पूरा शरीर (स्पंज बाथ) पोंछ दें। इससे बच्चा साफ भी रहेगा और ठंड से भी बचा रहेगा