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Up Kiran, Digital Desk: लोग अक्सर कहते हैं कि अंडा खाओ तो जिम जाकर वजन उठाने की जरूरत नहीं पड़ती। सच भी है। अंडा प्रोटीन और पोषक तत्वों का पूरा पैकेज है। मगर इसी अंडे का पीला हिस्सा यानी जर्दी कुछ लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। आज हम पहले ये जानेंगे कि किन लोगों को जर्दी से दूर रहना चाहिए और फिर देखेंगे इसके फायदे भी कम नहीं हैं।

इन तीन तरह के मरीजों को जर्दी से बचना चाहिए

दिल की बीमारी या हाई कोलेस्ट्रॉल वालों के लिए खतरा 

एक जर्दी में करीब 185 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल होता है। आम इंसान के लिए ये कोई बड़ी बात नहीं लेकिन जिनका कोलेस्ट्रॉल पहले से ऊंचा है या दिल में ब्लॉकेज की शिकायत है उनके लिए ये आग में घी डालने जैसा है। ज्यादा कोलेस्ट्रॉल धमनियों में जमता है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा बढ़ा देता है। डॉक्टर अक्सर ऐसे मरीजों को सिर्फ सफेद हिस्सा खाने की सलाह देते हैं।

टाइप-2 डायबिटीज के मरीज सावधान 

डायबिटीज वालों को पहले से दिल की बीमारियों का डर ज्यादा रहता है। ऊपर से अगर वे रोज जर्दी खाने लगें तो कोलेस्ट्रॉल बढ़कर खतरा दोगुना कर देता है। इसलिए ज्यादातर डॉक्टर उन्हें जर्दी कम से कम करने या बंद करने को कहते हैं।

गठिया-गाउट के मरीजों के लिए नुकसानदेह 

जर्दी में प्यूरीन नाम का पदार्थ भरपूर होता है। ये शरीर में यूरिक एसिड बढ़ाता है। यूरिक एसिड बढ़ा कि जोड़ों में जलन, सूजन और रात को अचानक तेज दर्द के अटैक शुरू। गाउट के मरीज तो इसे देखते ही भागते हैं।

फिर भी जर्दी के फायदे कमाल के हैं (जो लोग स्वस्थ हैं उनके लिए)

  • दिमाग को तेज करती है (कोलीन का बेहतरीन स्रोत)
  • आंखों की रोशनी बचाती है (विटामिन A और ल्यूटिन)
  • हड्डियां मजबूत बनाती है (विटामिन D)
  • इम्यूनिटी बढ़ाने में माहिर
  • हेल्दी फैट देती है जो वजन कंट्रोल करने में मदद करता है
  • प्रोटीन का ऐसा सोर्स जो मांस खाने वालों को भी टक्कर देता है