
Up Kiran, Digital Desk: क्या आपने कभी सोचा है कि आपका पसंदीदा सब्जी का जूस आपके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में कैसे मदद कर सकता है? एक नए अध्ययन ने दावा किया है कि चुकंदर का जूस (Beetroot Juice) रक्तचाप को कम करने में सहायक हो सकता है। इसका श्रेय इसकी उच्च नाइट्रेट सामग्री (High Nitrate Content) और मुंह के माइक्रोबायोम संतुलन (Oral Microbiome Balance) पर इसके प्रभाव को जाता है। 'फ्री रेडिकल बायोलॉजी एंड मेडिसिन' (Free Radical Biology and Medicine) नामक पत्रिका में प्रकाशित ये निष्कर्ष बताते हैं कि सब्जियों में पाए जाने वाले डाइटरी नाइट्रेट (Dietary Nitrates) हृदय स्वास्थ्य (Cardiovascular Health) का समर्थन कैसे कर सकते हैं। यह खोज न केवल हैरान करने वाली है, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए एक नया दृष्टिकोण भी प्रदान करती है।
अद्भुत खोज: चुकंदर का जूस और मुंह के बैक्टीरिया का संबंध
यूके की यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर (University of Exeter) के शोधकर्ताओं ने पाया कि नाइट्रेट युक्त चुकंदर का जूस न केवल रक्तचाप को कम करता है, बल्कि मौखिक बैक्टीरिया (Oral Bacteria) को भी बदल देता है, जो हृदय संबंधी कार्यों से जुड़े होते हैं। इस अध्ययन में प्रतिभागियों ने दो सप्ताह तक दिन में दो बार केंद्रित चुकंदर के जूस के "शॉट्स" का सेवन किया, जिसके बाद एक प्लेसिबो अवधि थी। शोधकर्ताओं ने पाया कि नाइट्रेट युक्त जूस के सेवन के बाद संभावित रूप से हानिकारक मौखिक बैक्टीरिया, जैसे प्रेवोटेला (Prevotella) में कमी आई, और लाभकारी बैक्टीरिया, जैसे नाइसेरिया (Neisseria) में वृद्धि हुई। ऐसा माना जाता है कि यह बदलाव आहार नाइट्रेट को नाइट्रिक ऑक्साइड (Nitric Oxide) में बदलने की प्रक्रिया को बेहतर बनाता है - नाइट्रिक ऑक्साइड एक ऐसा अणु है जो रक्त वाहिकाओं (Blood Vessels) को आराम देने और रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक है।
डाइटरी नाइट्रेट्स: हृदय स्वास्थ्य के लिए एक छिपा हुआ खजाना
नाइट्रेट आमतौर पर पत्तेदार हरी सब्जियों और जड़ वाली फसलों जैसे चुकंदर, पालक (Spinach), अजमोद (Celery), रॉकेट (Rocket), सौंफ (Fennel) और केल (Kale) में पाया जाता है। यह संवहनी स्वास्थ्य (Vascular Health) में एक आवश्यक भूमिका निभाता है। नाइट्रेट से प्राप्त नाइट्रिक ऑक्साइड उचित रक्त प्रवाह (Blood Flow) को बनाए रखने में मदद करता है और स्वस्थ हृदय संबंधी कार्य का समर्थन करता है। हालांकि, मौखिक बैक्टीरिया का असंतुलन इस रूपांतरण दक्षता को कम कर सकता है, जिससे संभावित रूप से रक्तचाप विनियमन प्रभावित हो सकता है।
भविष्य की संभावनाएं: आहार और मौखिक स्वास्थ्य का मेल
अध्ययन के लेखकों में से एक, प्रोफेसर एंडी जोन्स (Professor Andy Jones) ने कहा, "यह अध्ययन दर्शाता है कि नाइट्रेट युक्त खाद्य पदार्थ मौखिक माइक्रोबायोम को इस तरह से बदलते हैं जिससे सूजन (Inflammation) कम हो सकती है और रक्तचाप विनियमन (Blood Pressure Regulation) में सुधार हो सकता है। यह आहार और मौखिक स्वास्थ्य के हृदय संबंधी परिणामों को कैसे प्रभावित करते हैं, इस पर अधिक शोध के लिए द्वार खोलता है।"
मुख्य शोधकर्ता प्रोफेसर एनी वैनहटालो (Professor Anni Vanhatalo) ने आगे कहा, "अच्छी खबर यह है कि यदि आपको चुकंदर पसंद नहीं है, तो पालक, रॉकेट, सौंफ, अजमोद और केल जैसे कई अन्य नाइट्रेट-समृद्ध विकल्प उपलब्ध हैं। इन्हें अपने आहार में शामिल करने से समान लाभ मिल सकते हैं।"
यह अध्ययन माइक्रोबायोम मॉड्यूलेशन (Microbiome Modulation) के माध्यम से हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित करने के लिए सरल आहार परिवर्तनों की क्षमता को रेखांकित करता है। चूंकि नाइट्रेट-समृद्ध खाद्य पदार्थ आसानी से उपलब्ध हैं और कई पौधों पर आधारित आहार (Plant-Based Diets) का एक प्राकृतिक हिस्सा हैं, शोधकर्ताओं का मानना है कि यह दृष्टिकोण हृदय स्वास्थ्य का समर्थन करने का एक व्यावहारिक तरीका प्रदान कर सकता है। यह हमें यह समझने में मदद करता है कि कैसे रोजमर्रा के आहार विकल्प हमारे स्वास्थ्य को गहराई से प्रभावित कर सकते हैं।
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