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छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने एक जंगली इलाके में चलाए गए ऑपरेशन “मानसून” में चार नक्सलियों को ढेर कर बड़ी सफलता हासिल की है। मुठभेड़ सतह पर शनिवार शाम 26 जुलाई को शुरू हुई, जो रविवार दोपहर तक चली। इस दौरान तीन उच्च रैंक के एसीएम स्तर के कमांडर और एक पार्टी सदस्य कमांडर को निशाना बनाया गया, जिनपर सामूहिक रूप से ₹17 लाख का इनाम घोषित था — तीन पर ₹5‑5 लाख, जबकि चौथे पर ₹2 लाख का इनाम था।

सुरक्षा बलों ने जब्त किए गए हथियारों में शामिल थे एक SLR, एक INSAS राइफल, एक .303 राइफल, 12‑बोर बंदूक, BGL लॉन्चर, सिंगल‑शॉट हथियार, AK‑47 के गोले, ग्रेनेड और कई विस्फोटक सामग्री साथ ही नक्सली साहित्य भी बरामद हुआ।

IG बस्तर रेंज P. Sundarraj ने बताया कि यह कार्रवाई क्षेत्र में सामरिक रूप से महत्वपूर्ण रूप से बस्तर संभाग में नक्सल नेटवर्क को कमजोर करने में मददगार साबित होगी। उन्होंने कहा कि जनवरी 2024 से जुलाई 2025 तक कुल 425 हार्डकोर माओवादियों को खत्म किया जा चुका है, जो सुरक्षा बलों की प्रभावी रणनीति और जनसमर्थन को दर्शाता है।

सम्प्रति दूरदर्शी खुफिया जानकारी की वजह से DRG टीम ने पलटवार कर नक्सलियों को बेअसर किया। मुठभेड़ की तीव्रता के बावजूद सुरक्षा जवानों ने मानसून के कठिन मौसम और दुर्गम जंगलों में साहसपूर्वक अभियान चलाया।

राज्य में आतंकवाद निरोधी अभियानों के तहत यह कार्रवाई बेहद अहम मानी जा रही है। पिछले कुछ महीनों में बीजापुर क्षेत्र में नक्सलियों की आत्मसमर्पण रफ्तार भी तेज रही है; हाल ही में 25 आतंकियों ने हथियार डाले, जिनकी कुल इनामी राशि ₹1.15 करोड़ रही।

खुफिया सूत्रों के अनुसार इन अभियानों ने नक्सल संगठन की कार्यप्रणाली और रसद नेटवर्क को गहरा क्षति पहुँचाई है। सरकार ने इस सफलता के बाद आगामी अभियानों में और तेज़ी लाने की तैयारी शुरू कर दी है।

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