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2023 विश्वकप अपने आखिरी पड़ाव पर आ पहुंचा है और लीग स्टेज के मैच भी खत्म होने ही वाले हैं। आपको बता दें कि सेमीफाइनल में भारत, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड को भी आप मान सकते हैं कि वो क्वालीफाई कर चुकी है। क्योंकि पाकिस्तान एक ऐसी टीम है जिसकी उम्मीदें सेमीफाइनल में न के बराबर ही बची हैं।

इस टूर्नामेंट में कुछ खिलाड़ियों ने दमदार खेल से वाहवाही बटोरी है तो कुछ खिलाड़ियों ने गेंद और बल्ले से काफी निराशाजनक प्रदर्शन किया। तो आईये आज हम उन खिलाड़ियों के बारे में बात करते हैं जिनसे वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले काफी उम्मीदें थी लेकिन वो उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सके।

सबसे पहले नाम आता है साउथ अफ्रीका के कप्तान तेंबा बावुमा का। इस खिलाड़ी का ये वर्ल्ड कप बहुत बेकार रहा है। हालांकि टीम ने काफी बढ़िया प्रदर्शन किया और सेमीफाइनल में पहुंचने वाली दूसरी टीम बनी पर बावुमा के लिए वर्ल्ड कप अच्छा नहीं गया। अभी तक कुल छह मैचों में करीब 20 की औसत से सिर्फ 122 रन ही बनाए हैं।

टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले शार्दुल से उम्मीद लगाई जा रही थी कि उनकी गेंदबाजी में वैरायटी है और वो भारत की कंडीशंस में गेंद से बहुत प्रभावित करेंगे क्योंकि वो अपनी स्लोअर कटर पेस और नई गेंद से बल्लेबाजों के लिए मुश्किल खड़ी करते हैं। पर ऐसा कुछ नहीं हुआ और उनके प्रदर्शन पर अगर नजर डालें तो उन्होंने खेले 3 मैचों में केवल दो ही विकेट निकाले और डेथ ओवर्स में बहुत रन भी खर्च कर दिए।

इसके अलावा जॉनी बेयरस्टो एक ऐसा नाम है जो कि इंग्लैंड के इस खिलाड़ी से बड़ी उम्मीद लगाई जा रही थी क्योंकि बेस्ट ने साल 2019 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए थे। पर इस बार वो पूरी तरीके से फ्लॉप साबित रहे। मानो ऐसा लग रहा था कि उनके बल्ले को जंग सा लग गया है। इतना ही नहीं उनकी टीम ने भी इस वर्ल्ड कप में काफी निराशाजनक प्रदर्शन किया।

अगर गेंदबाजों के बारे में बात की जाए तो पाकिस्तान के दिग्गज पेसर हारिस से उनकी टीम को सबसे ज्यादा उम्मीद थी क्योंकि उनके पास वो स्पीड है जिससे वो बल्लेबाजों को चकमा देकर आसानी से विकेट हासिल कर लें। पर उनका प्रदर्शन बेहद बेकार रहा। राउफ ने अभी तक इस वर्ल्ड कप में कुल 13 विकेट लिए हैं और वो बहुत महंगे साबित हुए हैं। डेथ ओवर्स में उन्होंने काफी रन लूटाए।
 

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