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अमेरिका में प्रवेश करने वाले यात्रियों को अब पहले से कहीं अधिक कड़ी जांच का सामना करना पड़ रहा है। यूएस कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन (CBP) के अधिकारी इन दिनों हाई अलर्ट पर हैं और वे न केवल यात्रियों के दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं, बल्कि उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों—जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप और टैबलेट—की भी गहराई से तलाशी ले रहे हैं। इस नए रुख ने कई यात्रियों के लिए भ्रम और चिंता की स्थिति पैदा कर दी है।

क्या CBP आपके डिवाइस की तलाशी ले सकता है?

हां, CBP के पास यह कानूनी अधिकार है कि वह किसी भी यात्री के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की तलाशी ले सके, चाहे वह किसी भी कानूनी स्थिति में हो। इसका मतलब यह है कि अमेरिकी नागरिक, ग्रीन कार्ड धारक या वीजा होल्डर—कोई भी इससे अछूता नहीं है। यह तलाशी हवाई अड्डों, बंदरगाहों और भूमि सीमा पार बिंदुओं पर बिना वारंट या विशेष संदेह के भी की जा सकती है।

CBP किन तरीकों से डिवाइस की तलाशी ले सकता है?

सामान्य तलाशी: इसमें अधिकारी डिवाइस को मैन्युअल रूप से जांचते हैं, यानी वे फोन या लैपटॉप को खोलकर उसमें मौजूद डेटा को ब्राउज़ करते हैं। अगर डिवाइस अनलॉक है या आप पासवर्ड देते हैं, तो तलाशी तुरंत मौके पर की जा सकती है।

एडवांस तलाशी: इसमें अधिकारी विशेष उपकरणों की मदद से डिवाइस का डाटा एक्सेस कर सकते हैं, उसकी कॉपी बना सकते हैं और एनालिसिस के लिए सेव कर सकते हैं। एडवांस तलाशी के लिए उन्हें उच्च अधिकारी की अनुमति लेनी होती है और कानून के उल्लंघन या राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा एक वाजिब कारण होना चाहिए।

कितने दिन तक अधिकारी डिवाइस अपने पास रख सकते हैं?

अगर तलाशी में समय लगता है या अधिकारी को एडवांस जांच करनी होती है, तो वे डिवाइस को पांच दिनों तक अपने पास रख सकते हैं। आवश्यक होने पर यह अवधि सात दिनों तक बढ़ाई जा सकती है।

क्या आपको पासवर्ड देना होगा?

गैर-अमेरिकी नागरिकों के पास सीमित अधिकार होते हैं। अगर कोई वीजा धारक पासवर्ड देने से इनकार करता है, तो उसे अमेरिका में प्रवेश देने से रोका जा सकता है। ग्रीन कार्ड धारकों को सुनवाई का अधिकार है। ऐसे में नागरिक अधिकार संगठन ACLU सलाह देता है कि आप खुद ही डिवाइस अनलॉक करें, अधिकारी को पासवर्ड न दें, और बाद में पासवर्ड बदल लें।

यात्रियों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

कम से कम डाटा लेकर यात्रा करें: सिर्फ जरूरी डिवाइस लें और उन पर संवेदनशील जानकारी न रखें।

संवेदनशील ऐप्स से साइन आउट करें: खासकर सोशल मीडिया, बैंकिंग या निजी दस्तावेज़ों से जुड़े ऐप्स से लॉगआउट करें।

बैकअप तैयार रखें: यात्रा से पहले जरूरी फाइलों को क्लाउड या बाहरी स्टोरेज में सुरक्षित करें।

ऑटो लॉगइन को बंद करें: इससे अनावश्यक एक्सेस से बचा जा सकता है।

                                                                                                                                                               डिवाइस जब्त हो जाए तो क्या करें?

अगर आपके डिवाइस को जब्त कर लिया जाता है, तो घबराएं नहीं। अधिकारी से एक रसीद (फॉर्म 6051-D) लें जिसमें स्पष्ट रूप से बताया जाए कि क्या-क्या जब्त किया गया है और किससे संपर्क करना है। बाद में डिवाइस वापस मिलने पर उसमें किसी सॉफ़्टवेयर बदलाव की जांच करें और स्कैन जरूर करें।

क्या CBP आपकी जानकारी सेव करता है?

सरकारी नियमों के अनुसार, अगर तलाशी में कोई संदेहजनक सामग्री नहीं मिलती, तो कॉपी की गई जानकारी 21 दिनों के भीतर नष्ट कर दी जाती है। हालांकि, पूछताछ के दौरान लिए गए नोट्स CBP अपने पास रख सकता है।

यात्रियों के लिए सुझाव

CBP अधिकारी का नाम और बैज नंबर नोट करें।

पूछे गए सवालों को लिखकर रखें।

अगर कोई इंटरव्यू रिकॉर्ड हुआ है, तो उसकी ट्रांसक्रिप्ट की मांग करें।

अगर आपको अधिकारों का उल्लंघन महसूस हो, तो कानूनी सलाह लेने में संकोच न करें।

                                                                                                                                                                        साफ-साफ समझें

अगर आप अमेरिका की यात्रा कर रहे हैं, तो यह जरूरी है कि आप इस नई सख्ती को समझें और उसके अनुसार तैयारी करें। CBP आपके डिवाइस की जांच कर सकता है, पासवर्ड की मांग कर सकता है, और डिवाइस को कुछ दिनों तक अपने पास रख सकता है। आपकी जानकारी सुरक्षित रहे, इसके लिए आपको पहले से सावधानी बरतनी होगी। साथ ही, अपने अधिकारों को जानें और जरूरत पड़ने पर उनका इस्तेमाल करना न भूलें।