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Up Kiran, Digital Desk: नई उड़ान ड्यूटी और आराम अवधि के नियमों के लागू होने के बाद घरेलू विमानन कंपनी IndiGo को पायलटों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। नतीजतन, एयरलाइन ने गुरुवार को तीन प्रमुख हवाई अड्डों से 180 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं।

कहां हुईं उड़ानें रद्द?

मुंबई में 86 उड़ानें रद्द की गईं, जिनमें 41 आगमन और 45 प्रस्थान वाली उड़ानें शामिल हैं। इसके अलावा, बेंगलुरु में 73 उड़ानें रद्द हुईं, जिनमें से 41 आगमन वाली थीं। दिल्ली में भी 33 उड़ानें रद्द हुईं, और दिन के अंत तक यह संख्या बढ़ने की संभावना जताई गई थी।

नए नियमों का प्रभाव

इंडिगो को इस संकट का सामना नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों के कारण करना पड़ रहा है। नए मानदंडों के अनुसार, पायलटों को अधिक आराम की अवधि और कम रात्रिकालीन ड्यूटी दी जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप एयरलाइन को चालक दल की कमी का सामना करना पड़ रहा है।

एयरलाइन के एक बयान में कहा गया, "हम इस स्थिति से निपटने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। इन चुनौतियों में तकनीकी गड़बड़ियां, सर्दी के मौसम में कार्यक्रमों में बदलाव, और अधिक यात्री संख्या जैसी समस्याएं शामिल हैं।"

क्या कर रहा है इंडिगो?

इंडिगो ने अपने शेड्यूल में कुछ बदलाव किए हैं और कहा कि ये उपाय अगले 48 घंटे तक लागू रहेंगे, ताकि परिचालन को सामान्य किया जा सके। साथ ही प्रभावित यात्रियों को वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था या धनवापसी का प्रस्ताव भी दिया जा रहा है।

डीजीसीए की भूमिका

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और इंडिगो से पूछा है कि वह उड़ान रद्दीकरण के कारणों को स्पष्ट करे। इसके अलावा, DGCA ने एयरलाइन को अपने परिचालन को स्थिर करने के लिए कदम उठाने को कहा है।

पायलटों की चिंता

भारतीय पायलट महासंघ ने आरोप लगाया है कि इंडिगो ने नए एफडीटीएल नियमों के पालन के लिए तैयारियों में कसर छोड़ दी है, जबकि इसके लिए दो साल का समय दिया गया था। पायलटों ने DGCA से अपील की है कि वे मौसमी उड़ान अनुसूचियों को तब तक मंजूरी न दें, जब तक एयरलाइनों के पास पर्याप्त स्टाफ न हो।