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india bangladesh ties: भारत ने बांग्लादेश के साथ ट्रांसशिपमेंट समझौता अचानक रद्द कर दिया है, जिसे बांग्लादेश की गारमेंट इंडस्ट्री के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश सरकार पर भारत को भड़काने का आरोप लग रहा था, जबकि दूसरी ओर वो भारतीय हवाई अड्डों का इस्तेमाल कर वैश्विक बाजारों में अपने सामान निर्यात कर मोटा मुनाफा कमा रही थी। इस फैसले के बाद अब बांग्लादेश भारतीय हवाई अड्डों के जरिए विदेशों में अपने परिधान (वस्तुएं वगैरह) निर्यात नहीं कर सकेगा।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2024 से मार्च 2025 तक बांग्लादेश ने भारत के ट्रांसशिपमेंट सुविधा के जरिए 36 देशों में 462.34 मिलियन डॉलर (लगभग 5,640.5 करोड़ टका) मूल्य के 34,900 टन से ज्यादा गारमेंट उत्पाद निर्यात किए। इनमें ब्लाउज, ट्राउजर, टी-शर्ट और बच्चों के कपड़े शामिल थे। प्रमुख बाजारों में अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, जापान, दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका और चिली जैसे देश थे। बांग्लादेश की कम लागत और भारत के रणनीतिक बुनियादी ढांचे ने इस व्यापार को बढ़ावा दिया था।

इस वजह से भारत ने की कार्रवाई

8 अप्रैल 2025 को भारत ने बांग्लादेश के लिए ट्रांसशिपमेंट सुविधा को रद्द कर दिया, जिससे बांग्लादेशी निर्यातकों के लिए वैश्विक बाजारों तक पहुंच सीमित हो गई। यह फैसला भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ते तनाव के बीच आया है। विश्लेषकों का मानना है कि बांग्लादेश की ओर से भारत के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी इसकी वजह हो सकती है। इस सुविधा के जरिए बांग्लादेश अपनी गारमेंट इंडस्ट्री को वैश्विक स्तर पर मजबूत कर रहा था, जिसका 2023-24 में कुल निर्यात 36 बिलियन डॉलर था।

बता दें कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने दावा किया है कि भारत के इस फैसले से उनके व्यापार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उल्टा उनका कहना है कि इससे भारत को बांग्लादेशी निर्यातकों से मिलने वाला कर मुनाफा कम होगा।